उच्च कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस से मूत्र मार्ग के कैंसर का जोखिम कम होता है
एक हालिया और बड़े पैमाने पर किए गए नॉर्वेजियन अध्ययन में यह महत्वपूर्ण निष्कर्ष सामने आया है कि जिन वयस्कों की कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (eCRF) बेहतर होती है, उनमें मूत्र मार्ग से जुड़े कैंसर, खासकर ब्लैडर और किडनी कैंसर, का खतरा काफी कम पाया जाता है।
यह अध्ययन लगभग 46,968 प्रतिभागियों पर आधारित था, जिन्हें औसतन 22 साल से भी अधिक समय तक फॉलो किया गया। लंबे समय तक किए गए इस विश्लेषण ने फिटनेस और कैंसर जोखिम के बीच एक स्पष्ट संबंध दिखाया है।
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों की फिटनेस का अनुमान लगाने के लिए एक वैध मॉडल का उपयोग किया, जिसमें उम्र, कमर की माप, आराम की स्थिति में दिल की धड़कन, और शारीरिक गतिविधि जैसे कारकों को शामिल किया गया। इसके आधार पर लोगों को तीन श्रेणियों में बांटा गया, कम, मध्यम और उच्च फिटनेस समूह। इन समूहों का वर्षों तक अनुसरण किया गया ताकि देखा जा सके कि किन लोगों में आगे चलकर मूत्र मार्ग के कैंसर विकसित हुए।
अध्ययन में पुरुषों के लिए अधिक लाभ
पूरे समूह के स्तर पर देखा गया कि मध्यम फिटनेस वाले वयस्कों में कैंसर का खतरा 13% कम था, जबकि उच्च फिटनेस वाले वयस्कों में यह जोखिम 36% तक कम पाया गया। दिलचस्प बात यह है कि यह संरक्षण प्रभाव पुरुषों में और भी अधिक स्पष्ट था।
मध्यम फिटनेस वाले पुरुषों में कैंसर का खतरा 17% कम पाया गया, जबकि बहुत अधिक फिटनेस वाले पुरुषों में यह जोखिम 41% तक कम हो गया। यह दर्शाता है कि बेहतर फिटनेस पुरुषों में मूत्र मार्ग के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करने में अधिक प्रभावी हो सकती है।
जब शोधकर्ताओं ने अलग-अलग कैंसर प्रकारों पर ध्यान दिया, तो पाया गया कि उच्च फिटनेस वाले पुरुषों में ब्लैडर कैंसर का जोखिम 34% तक कम था, जबकि महिलाओं में ऐसा कोई विशेष प्रभाव देखने को नहीं मिला। इसी तरह, किडनी कैंसर के मामले में भी फिटनेस बढ़ने के साथ-साथ जोखिम में लगातार कमी आती गई। यह प्रवृत्ति भी पुरुषों में ज्यादा मजबूत रूप में दिखाई दी।
फिटनेस क्यों बन सकती है एक महत्वपूर्ण हेल्थ इंडिकेटर?
हालांकि यह अध्ययन observational था—यानी यह साबित नहीं करता कि फिटनेस बढ़ाने से सीधे कैंसर नहीं होगा—लेकिन लंबे समय तक किए गए फॉलो-अप, बड़ी संख्या में प्रतिभागियों और लगातार दिखने वाले परिणामों से यह संकेत मिलता है कि कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस भविष्य में कैंसर जोखिम का एक महत्वपूर्ण संकेतक हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि डॉक्टर नियमित स्वास्थ्य जांच में फिटनेस की जांच को भी शामिल करें, तो इससे उन व्यक्तियों की पहचान करना आसान होगा जिनमें कैंसर का खतरा अधिक है।
इसके अलावा, यह अध्ययन लोगों को प्रेरित करता है कि वे अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं—जैसे नियमित व्यायाम, सक्रिय दिनचर्या और संतुलित खान-पान—जो कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस को बढ़ाकर दीर्घकालीन कैंसर जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
इस तरह, यह शोध न केवल फिटनेस के महत्व को मजबूत करता है, बल्कि यह भी बताता है कि स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाने से गंभीर बीमारियों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकती है।