सोने की पोज़िशन और स्तनों की सेहत: क्या आरामदायक है, क्या नहीं – डॉ रोहन खंडेलवाल

Update: 2025-12-16 04:30 GMT

सोने की पोज़िशन क्यों मायने रखती है

नींद हमारे शरीर की सेहत के लगभग हर हिस्से को प्रभावित करती है, और इसमें स्तनों की आरामदायक स्थिति भी शामिल है। सोने की पोज़िशन स्तनों का आकार नहीं बदलती, लेकिन दबाव, रक्त संचार और संवेदनशीलता पर असर डाल सकती है। जिन महिलाओं के स्तन संवेदनशील हैं, आकार बड़ा है या जो किसी प्रक्रिया से उबर रही हैं, उनके लिए कुछ पोज़िशन ज़्यादा आरामदायक होती हैं। सही जानकारी से असहजता कम की जा सकती है और नींद बेहतर हो सकती है।

पेट के बल सोना: दबाव और परेशानी

पेट के बल सोने से स्तनों पर सीधा दबाव पड़ता है। इससे खासकर सख़्त गद्दे पर दर्द, संवेदनशीलता या असहजता हो सकती है। इस पोज़िशन में गर्दन और ऊपरी पीठ पर भी ज़ोर पड़ता है, जिसका असर मांसपेशियों के तनाव के ज़रिए स्तनों तक महसूस हो सकता है। यह ख़तरनाक नहीं है, लेकिन जिन महिलाओं को दर्द रहता है, उनके लिए यह सबसे कम आरामदायक पोज़िशन मानी जाती है। नरम गद्दा या खास तकिया मदद कर सकता है।

करवट लेकर सोना: सही सपोर्ट ज़रूरी

करवट लेकर सोना सबसे आम पोज़िशन है और सही सपोर्ट हो तो काफ़ी आरामदायक होती है। लेकिन इस पोज़िशन में नीचे वाला स्तन गुरुत्वाकर्षण के कारण खिंच सकता है, जिससे कुछ महिलाओं को असहजता हो सकती है। ऊपर वाली बांह के नीचे तकिया रखना या सॉफ्ट स्लीप ब्रा पहनना मददगार हो सकता है। आमतौर पर संवेदनशील स्तनों वाली महिलाओं के लिए यह पोज़िशन बेहतर मानी जाती है।

पीठ के बल सोना: दबाव से राहत

पीठ के बल सोना स्तनों के लिए सबसे आरामदायक माना जाता है क्योंकि इसमें उन पर कोई सीधा दबाव नहीं पड़ता। इससे स्तनों में दर्द या भारीपन कम हो सकता है और रीढ़ की हड्डी भी सीधी रहती है। हालांकि कुछ लोगों को इस पोज़िशन में खर्राटे या एसिडिटी की समस्या हो सकती है।

स्लीप ब्रा और सहायक चीज़ें

नरम और बिना वायर वाली स्लीप ब्रा रात में हल्का सपोर्ट देती है, बिना दबाव डाले। तकियों को बाजू के नीचे, पीठ के पीछे या घुटनों के बीच रखने से शरीर की स्थिति बेहतर होती है और स्तनों पर खिंचाव कम होता है। सर्जरी के बाद या बहुत संवेदनशील स्तनों में यह खास तौर पर फायदेमंद है।

आपके लिए क्या सही है

स्तनों की सेहत के लिए कोई एक “सबसे सही” सोने की पोज़िशन नहीं होती। सबसे ज़रूरी है आराम और सही सपोर्ट। अलग-अलग पोज़िशन, तकिए, ब्रा और गद्दे आज़माकर आप अपने लिए सबसे आरामदायक तरीका ढूंढ सकती हैं, जिससे नींद भी अच्छी आए और परेशानी भी न हो।

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