कब्ज और गैस से रहते हैं परेशान तो उत्तानपादासन देता है राहत, मांसपेशियां होती हैं मजबूत

भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित दिनचर्या के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं।

Update: 2025-12-26 15:15 GMT

आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में काम का दबाव इतना बढ़ गया है कि लोग अपनी सेहत पर ध्यान देना लगभग भूल गए हैं। समय पर भोजन न करना, पर्याप्त आराम न मिलना और लगातार तनाव में रहना शरीर को धीरे-धीरे कमजोर बना देता है। इसका सबसे पहला असर पाचन तंत्र पर पड़ता है, जिससे गैस, कब्ज, अपच और पेट दर्द जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। लंबे समय तक ऐसी दिनचर्या रहने पर पूरा शरीर ही प्रभावित होने लगता है।

ऐसे में अगर कम समय और कम मेहनत में खुद को स्वस्थ रखना है, तो योग एक बेहतरीन विकल्प है। योग न सिर्फ शरीर को फिट रखता है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है। नियमित योग अभ्यास से शरीर की आंतरिक कार्यप्रणाली बेहतर होती है और कई बीमारियों से बचाव संभव होता है।

आज हम जिस योगासन की बात कर रहे हैं, उसका नाम है उत्तानपादासन। यह एक सरल लेकिन बेहद प्रभावी योगासन है, जो विशेष रूप से पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए फायदेमंद माना जाता है। उत्तानपादासन के अभ्यास से कब्ज, गैस और अपच जैसी परेशानियों में राहत मिलती है। इसके साथ ही यह पेट की चर्बी कम करने और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में भी सहायक है। यही नहीं, कमर दर्द और पैरों के दर्द से जूझ रहे लोगों के लिए भी यह आसन लाभकारी साबित हो सकता है।

उत्तानपादासन केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसका नियमित अभ्यास मन को शांत करता है, तनाव और चिंता को कम करता है और हृदय की धड़कन को संतुलित रखने में मदद करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह आसन नाभि चक्र को संतुलित करता है, जो पाचन तंत्र और पेट से जुड़ी बीमारियों से सीधे जुड़ा होता है।

उत्तानपादासन करना बेहद आसान है। इसके लिए सबसे पहले किसी समतल स्थान पर पीठ के बल लेट जाएं। दोनों हाथ शरीर के पास सीधे जमीन पर रखें और पैरों को आपस में मिला लें। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए दोनों पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं, ध्यान रहे कि कमर जमीन से न उठे। पैरों को लगभग 30 से 40 डिग्री के कोण तक उठाकर कुछ सेकंड उसी स्थिति में रखें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पैरों को वापस जमीन पर ले आएं।

हालांकि, अगर किसी को कमर दर्द, उच्च रक्तचाप या कोई गंभीर समस्या है, तो इस आसन को करने से पहले डॉक्टर या योग विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेनी चाहिए। गलत तरीके से उत्तानपादासन करने पर कमर दर्द बढ़ सकता है।

नियमित अभ्यास से उत्तानपादासन शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे हृदय की कार्यक्षमता बढ़ती है और मस्तिष्क तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचती है। यही कारण है कि यह आसन पूरे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने में मदद करता है।

With Inputs From IANS

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