70 साल पुरानी ब्लड प्रेशर की दवा से तेज़ बढ़ने वाले ब्रेन ट्यूमर को रोकने की उम्मीद: रिसर्च
नई रिसर्च से पता चला है कि हाइड्रालाज़ीन — हाई ब्लड प्रेशर की पुरानी दवा — आक्रामक ब्रेन ट्यूमर ग्लियोब्लास्टोमा की बढ़त को धीमा कर सकती है। शुरुआती लैब नतीजे क
एक साधारण और 70 साल पुरानी ब्लड प्रेशर की दवा अब घातक ब्रेन ट्यूमर के खिलाफ उम्मीद की नई किरण बनकर उभर रही है। नई रिसर्च से पता चला है कि हाइड्रालाज़ीन (Hydralazine) नाम की यह दवा बेहद आक्रामक ब्रेन कैंसर ग्लियोब्लास्टोमा की बढ़त को धीमा कर सकती है।
हाइड्रालाज़ीन 1950 के दशक से हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में इस्तेमाल की जाती रही है। लेकिन वैज्ञानिक अब तक नहीं जानते थे कि यह शरीर में कैसे काम करती है। इस रहस्य को समझने के दौरान शोधकर्ताओं को इसका एक बड़ा नया फायदा नजर आया — कैंसर की बढ़त को रोकना।
यह खोज कैसे हुई?
यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के वैज्ञानिक Dr. Kyosuke Shishikura के अनुसार, हाइड्रालाज़ीन उन पुरानी दवाओं में से है जिनका असर पहले मरीजों पर देखा गया और बाद में उनकी बायोलॉजी समझी गई। रिसर्च के दौरान टीम ने पाया कि यह दवा सीधे एक छोटे लेकिन बेहद महत्वपूर्ण एंज़ाइम ADO (2-aminoethanethiol dioxygenase) को निशाना बनाती है।
कैंसर में ADO की क्या भूमिका है?
यह एंज़ाइम शरीर के अंदर “ऑक्सीजन सेंसर” की तरह काम करता है — यानी जैसे ही ऑक्सीजन कम होती है, यह अलर्ट जारी करता है। ग्लियोब्लास्टोमा जैसे तेज़ी से बढ़ने वाले ट्यूमर में कोशिकाएँ इतनी जल्दी बढ़ती हैं कि उनके कुछ हिस्सों में ऑक्सीजन कम पड़ने लगती है।
सामान्य कोशिकाएँ ऑक्सीजन की कमी में मर जाती हैं। लेकिन कैंसर कोशिकाएँ ऐसे खास सिस्टम सक्रिय कर लेती हैं जिससे वो कम ऑक्सीजन में भी बढ़ती रहती हैं — और ADO इस प्रक्रिया का मुख्य हिस्सा है।
हाइड्रालाज़ीन ट्यूमर का “अलार्म सिस्टम” बंद कर देती है
X-ray क्रिस्टलोग्राफी जैसी उन्नत तकनीकों से यह पता चला कि हाइड्रालाज़ीन ADO से चिपककर उसे बंद कर देती है। ऐसे में:
* ट्यूमर का ऑक्सीजन-बचाव सिस्टम रुक जाता है
* कोशिकाएँ बढ़ना बंद कर देती हैं
* कैंसर सेल “स्लीप मोड” या Senescence में चले जाते हैं
लैब में ग्लियोब्लास्टोमा कोशिकाओं पर परीक्षण में सिर्फ तीन दिनों में उनकी बढ़त रुक गई।
कैंसर इलाज में बड़ी उम्मीद हालांकि यह दवा कोशिकाओं को मारती नहीं, लेकिन उनकी बढ़ने की क्षमता खत्म कर देती है — जो इस आक्रामक कैंसर में बहुत बड़ा कदम है। क्योंकि हाइड्रालाज़ीन पहले से FDA-मंज़ूर दवा है, इसे नए कैंसर इलाज के रूप में जल्दी इस्तेमाल करने की संभावना बढ़ जाती है।
हालांकि ध्यान रहे: अभी तक यह प्रयोग सिर्फ कोशिकाओं पर हुआ है — न जानवरों पर और न ही मनुष्यों पर। वैज्ञानिकों के अनुसार यह खोज एक शुरुआती कदम है, लेकिन भविष्य में कैंसर थैरेपी के लिए बड़ी संभावनाएँ खोल सकती है।