रोजाना करें कपोल शक्ति विकासक का अभ्यास, तनाव की छुट्टी; खिल उठेगा चेहरा

Update: 2025-12-20 05:30 GMT

आज के समय में बढ़ता प्रदूषण, धूल-मिट्टी, धुएं और तेज़ रफ्तार जीवनशैली का असर हमारी त्वचा और मानसिक स्वास्थ्य पर साफ दिखाई देने लगा है। चेहरे की प्राकृतिक चमक धीरे-धीरे कम हो जाती है, त्वचा रूखी और बेजान नजर आने लगती है और मन हर समय थका-थका सा महसूस होता है। ऐसे में योग न केवल शरीर बल्कि चेहरे और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

योग की एक खास और प्रभावी क्रिया कपोल शक्ति विकासक चेहरे की सुंदरता और स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बनाने में मदद करती है। इस योग अभ्यास को नियमित रूप से करने से चेहरे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, त्वचा में कसाव आता है और चेहरे पर प्राकृतिक निखार दिखाई देता है। यह क्रिया गालों की ताकत बढ़ाने के लिए विशेष रूप से उपयोगी मानी जाती है।

कपोल शक्ति विकासक के नियमित अभ्यास से झुर्रियां कम होने लगती हैं, मुंहासों और पायरिया जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। इसके साथ-साथ सांस की बदबू की समस्या भी धीरे-धीरे कम होती है। यह योग क्रिया चेहरे की मांसपेशियों को टोन करती है, जिससे गालों में खिंचाव आता है और चेहरा आकर्षक दिखने लगता है।

कपोल शक्ति विकासक करने की विधि भी काफी आसान है। इसके लिए सबसे पहले दोनों पैर मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं। फिर दोनों हाथों की उंगलियों के अग्रभाग आपस में मिलाएं और अंगूठों से नाक के दोनों छिद्र बंद करें। अब मुंह को कौए की चोंच जैसा बनाएं और धीरे-धीरे नाक से सांस अंदर लें। इसके बाद दोनों गालों को पूरी तरह फुलाएं, आंखें बंद करें और ठुड्डी को गले की कूहनी में लगाएं, जिसे जालंधर बंध कहा जाता है। अपनी क्षमता के अनुसार कुछ क्षण सांस रोकें और फिर गर्दन सीधी करते हुए धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़ दें। शुरुआत में इस क्रिया को 4 से 5 बार दोहराना पर्याप्त होता है।

इस योग अभ्यास से थायरॉइड ग्रंथि की कार्यक्षमता में सुधार होता है, मुंह और नाक की सफाई होती है और आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मदद मिलती है। यह तनाव कम करता है और चेहरे पर प्राकृतिक चमक लाने में सहायक है।

हालांकि, कुछ सावधानियां रखना जरूरी है। हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, गर्दन की समस्या या चक्कर आने की शिकायत वाले लोग इस क्रिया से बचें। गर्भवती महिलाएं या गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति योग विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही अभ्यास करें। इसे खाली पेट सुबह करना सबसे बेहतर माना जाता है। यदि अभ्यास के दौरान सांस फूलने या किसी तरह की असहजता महसूस हो, तो तुरंत इसे रोक दें।

नियमित और सही तरीके से किया गया कपोल शक्ति विकासक अभ्यास चेहरे की सुंदरता के साथ-साथ मानसिक शांति भी प्रदान करता है।

With inputs from IANS

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