सर्दियां शुरू होते ही हवा ठंडी और सूखी हो जाती है, और दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत में स्मॉग और प्रदूषण भी बढ़ जाता है। ऐसे मौसम में सबसे पहले जिस हिस्से पर असर महसूस होता है, वह है, गला। लोग अक्सर कहते सुने जाते हैं, “गला खुरखुरा लग रहा है”, “लगातार खुजली हो रही है”, “गला बार-बार साफ़ करना पड़ता है।” लेकिन ये परेशानियाँ आखिर होती क्यों हैं?
गला खुरखुराता और खुजलाहट क्यों होती है?
- सर्दियों में हवा की नमी कम हो जाती है, जिससे गले की म्यूकस लाइनिंग सूखने लगती है। यही नाज़ुक परत हमें बाहर की धूल, धुएँ और वायरस से बचाती है। जब यह सूख जाती है, तो हल्की सी जलन और scratchy feeling शुरू हो जाती है।
- प्रदूषण इसका दूसरा बड़ा कारण है। हवा में मौजूद PM2.5 और PM10 कण गले में चिपक जाते हैं, हल्की सूजन पैदा करते हैं और गले में खुजली/खुरखुराहट बढ़ाते हैं। घर के भीतर धूप, कुकिंग धुआं, परफ्यूम या स्प्रे भी स्थिति खराब कर सकते हैं।
घर बैठे आसान और असरदार उपाय:
1. गुनगुने पानी से नमक-गर्गल — गले की सफाई और सूजन दोनों में राहत
नमक में नैचुरल ऐंटीसेप्टिक गुण होते हैं। गुनगुने पानी से दिन में 2–3 बार गरारे करने से गले में जमा धूल-कण निकलते हैं, सूजन कम होती है और खुरखुराहट शांत होती है। अगर गले में भारीपन है, तो 3–4 दिन लगातार करना फायदेमंद है।
2. भाप (स्टीम) — सूखे गले में तुरंत आराम
भाप लेने से गले की सूखी परत को नमी मिलती है और जलन कम होती है। यह प्रदूषण के कणों को ढीला करने में भी मदद करती है। दिन में 1–2 बार सादी भाप लें। चाहें तो पानी में 1–2 बूंद अजवाइन डालने से भी राहत बढ़ सकती है।
3. शहद और हर्बल चाय — गले को कोमल बनाने का सबसे आसान तरीका
शहद गले की सूखी परत पर एक परत बनाकर आराम देता है। एक चम्मच शहद हल्के गर्म पानी में मिलाकर लें। अदरक-तुलसी की चाय, मुलैठी का काढ़ा या हल्दी वाला दूध ये सब गले की खुजली शांत करने में बेहद असरदार हैं।
4. कफ ड्रॉप्स या लॉजेंज — राहत तो देते हैं, लेकिन सही तरीके से लें
कफ ड्रॉप्स गले को आराम देते हैं, लेकिन मेन्थॉल वाले ड्रॉप्स ज़्यादा मात्रा में लेने पर उल्टा गले को और ज्यादा खुजलाहट या खांसी बढ़ा सकते हैं। अगर बार-बार लेने की जरूरत महसूस हो रही है, तो बीच-बीच में मीठी हार्ड कैंडी भी ले सकते हैं। इससे लार बनती है, गला नम रहता है और खांसी-कंजेशन थोड़ा कम महसूस होता है।ध्यान रखें—कफ ड्रॉप्स केवल अस्थायी राहत देते हैं, इलाज नहीं।
5. कमरे में नमी बनाए रखें — गले को सूखने से बचाएँ
ह्यूमिडिफ़ायर लगाना सबसे अच्छा उपाय है। अगर ह्यूमिडिफ़ायर नहीं है, तो कमरे में पानी से भरा कटोरा रखें या हल्की भाप चलाएँ। इससे गले की नमी बनी रहती है और खुजली कम होती है।
6. प्रदूषण से बचाव — बाहर निकलें तो मास्क ज़रूर पहनें
- स्मॉग के दिनों में बिना मास्क बाहर निकलना गले को सीधे धुएँ और कणों के संपर्क में लाता है। N95 मास्क या मल्टी लेयर कपड़ा इस्तेमाल करें। घर में धूम्रपान, अगरबत्ती, स्प्रे या तेज सुगंधों से दूर रहें।
- कब डॉक्टर को दिखाएँ?
- यदि गले की खुजली 7–10 दिन से ज्यादा रहे, तेज दर्द हो, निगलने में दिक्कत आए, बुखार हो या सांस लेने में परेशानी हो—तो ENT विशेषज्ञ से ज़रूर मिलें।