सियोल: दक्षिण कोरियाई पॉप सिंगर ह्युनआ (HyunA) रविवार को मकाऊ में हुए वॉटरबॉम्ब 2025 म्यूज़िक फेस्टिवल में प्रदर्शन के दौरान अचानक स्टेज पर बेहोश होकर गिर पड़ीं।
उनकी इस हालत ने फैंस और दर्शकों में चिंता बढ़ा दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना उनकी तेज़ी से वजन घटाने की कोशिश से जुड़ी हो सकती है।

परफॉर्मेंस के बीच अचानक गिर पड़ीं ह्युनआ

समाचार एजेंसी CNA के मुताबिक, ह्युनआ अपने हिट गाने “Bubble Pop!” पर परफॉर्म कर रही थीं जब वे अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं।
बैकअप डांसर्स तुरंत मदद के लिए दौड़े और सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें स्टेज से बाहर ले जाया।
घटना के बाद शो को अस्थायी रूप से रोक दिया गया।

K-Pop इंडस्ट्री में सुंदरता के दबाव पर फिर उठा सवाल

यह घटना K-Pop इंडस्ट्री में ब्यूटी स्टैंडर्ड्स और परफेक्शन के दबाव पर फिर से बहस छेड़ रही है।
हाल ही में ह्युनआ ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया था कि उन्होंने सिर्फ एक महीने में 10 किलोग्राम (22 पाउंड) वजन घटाया —
वो भी एक कड़े डाइट प्लान के ज़रिए।
दरअसल, अक्टूबर 2024 में शादी के बाद वजन बढ़ने पर उनके बारे में गर्भवती होने की अफवाहें फैली थीं, जिनसे बचने के लिए उन्होंने यह “क्रैश डाइट” अपनाई थी।

पहले से थीं बीमार — 2020 में हुआ था 'वेसोवैगल सिंकोपी' का निदान

ह्युनआ को पहले से ही वेसोवैगल सिंकोपी (Vasovagal Syncope) नामक समस्या है,
जिसमें अचानक ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट गिर जाता है — और यह तनाव, थकान या अत्यधिक डाइटिंग से ट्रिगर हो सकता है।
संभावना है कि यही उनकी अचानक बेहोशी की वजह बनी हो।

फैंस से माफ़ी और भरोसा — “मैं ठीक हूँ, चिंता मत करें

बेहोश होने के बाद जब ह्युनआ को होश आया, तो उन्होंने Instagram पर अपने फैंस “A-ings” से माफ़ी मांगी।
उन्होंने लिखा —

“मुझे सच में बहुत अफ़सोस है... मैं अच्छा प्रदर्शन दिखाना चाहती थी, लेकिन पेशेवर नहीं रह पाई। सच कहूँ तो मुझे कुछ याद नहीं।”
इसके साथ उन्होंने फैंस को भरोसा दिलाया —


“मैं अब वाकई ठीक हूँ। आगे अपनी सेहत पर ध्यान दूँगी और मेहनत जारी रखूँगी। आप लोग चिंता मत करें।”

उनकी एजेंसी At Area ने भी पुष्टि की कि सिंगर फिलहाल आराम कर रही हैं और धीरे-धीरे स्थिर हो रही हैं।

एक महीने में 10 किलो वजन घटाना कितना खतरनाक है

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इतनी तेज़ी से वजन घटाना शरीर के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।
ऐसा करने से शरीर में पोषण का संतुलन बिगड़ जाता है और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।

1. पोषक तत्वों की कमी (Nutritional Deficiency)

तेज़ी से वजन घटाने के दौरान शरीर को ज़रूरी विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स नहीं मिल पाते।
इससे कमज़ोरी, बाल झड़ना, त्वचा का रूखापन और थकान जैसी समस्याएँ शुरू हो जाती हैं।

2. हृदय पर दबाव (Cardiac Stress)

कैलोरी बहुत कम लेने से शरीर “सर्वाइवल मोड” में चला जाता है,
जिससे दिल की धड़कन और रक्तचाप अस्थिर हो सकते हैं।
यह स्थिति दिल की धड़कन रुकने या बेहोशी जैसी घटनाओं का कारण बन सकती है — जैसा ह्युनआ के साथ हुआ।

3. मानसिक थकान और चिड़चिड़ापन (Mental Fatigue)

अत्यधिक डाइटिंग से मस्तिष्क को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती,
जिससे मूड स्विंग, घबराहट और डिप्रेशन जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

4. मांसपेशियों और हड्डियों पर असर (Muscle & Bone Weakness)

तेज़ी से वजन घटाने पर फैट के साथ मांसपेशियाँ भी गलने लगती हैं,
और लंबे समय में हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं — जिससे थकान और चोट का खतरा बढ़ जाता है।

5. संतुलन ही असली फिटनेस

विशेषज्ञों का कहना है की सुरक्षित वजन घटाने की दर 0.5 से 1 किलो प्रति सप्ताह से अधिक नहीं होनी चाहिए।
धीरे-धीरे और संतुलित तरीके से वजन घटाने से शरीर को नई स्थिति के अनुसार एडजस्ट होने का समय मिलता है और स्वास्थ्य पर असर नहीं पड़ता।

ह्युनआ का यह हादसा याद दिलाता है कि सुंदर दिखने का दबाव कभी-कभी स्वास्थ्य से ज़्यादा भारी पड़ सकता है।फिटनेस का मतलब है — स्वस्थ रहना, न कि सिर्फ़ पतला दिखना।

Kanchan Chaurasiya
Kanchan Chaurasiya

Kanchan Chaurasiya joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Marketing Coordinator. She holds a Bachelor's degree in Arts from Delhi University and has completed certifications in digital marketing. With a strong interest in health news, content creation, hospital updates, and emerging trends, Kanchan manages social media, news coverage, and public relations activities. She coordinates media outreach, creates press releases, promotes healthcare professionals and institutions, and supports health awareness campaigns to ensure accurate, engaging, and timely communication for the medical community and the public.