आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में स्ट्रेस (तनाव) हर किसी का हिस्सा बन चुका है। कभी काम का दबाव, कभी परिवार की ज़िम्मेदारियाँ, तो कभी सोशल मीडिया की दौड़ — इन सबके बीच मन का संतुलन बिगड़ना स्वाभाविक है। थोड़ा-बहुत तनाव सामान्य होता है, लेकिन जब ये ज़्यादा बढ़ जाए तो यह मेंटल हेल्थ (मानसिक स्वास्थ्य) पर गहरा असर डाल सकता है।

हर साल नेशनल स्ट्रेस अवेयरनेस डे हमें याद दिलाता है कि तनाव जीवन का हिस्सा है, लेकिन अगर हम इसे सही तरीके से मैनेज (प्रबंधित) करना सीख लें, तो जीवन ज़्यादा शांत, संतुलित और खुशहाल हो सकता है।
तनाव को मिटाने का सबसे अच्छा तरीका है — उसे समझना, स्वीकारना और खुद का ख्याल रखना। आपकी मेंटल हेल्थ उतनी ही ज़रूरी है जितनी आपकी फिजिकल हेल्थ।

तो आइए, जानते हैं 5 आसान तरीके जो आपके मन को शांत, शरीर को एक्टिव और सोच को पॉजिटिव बनाए रखेंगे।

1. रोज़ करें एक्सरसाइज़ या योगा: शारीरिक गतिविधियाँ तनाव कम करने का सबसे असरदार तरीका हैं।
जब आप वॉक, जॉगिंग या योग करते हैं, तो शरीर में “फील-गुड हार्मोन” एंडोर्फिन निकलता है जो मूड को बेहतर बनाता है।
हर दिन सिर्फ़ 30 मिनट की एक्टिविटी आपके मन और शरीर दोनों के लिए फायदेमंद है।
योगासन जैसे बालासन, शवासन और अनुलोम-विलोम मन को स्थिर करने और चिंता कम करने में मदद करते हैं।

2. मेडिटेशन और माइंडफुलनेस अपनाएँ: हम अक्सर बीते कल की गलतियों या आने वाले कल की चिंता में उलझे रहते हैं।
माइंडफुलनेस का मतलब है — इस पल में रहना।
हर दिन सिर्फ़ 10–15 मिनट मेडिटेशन करें या गहरी साँसें लें।
धीरे-धीरे आपको महसूस होगा कि आपके विचार साफ़ हो रहे हैं और मन हल्का लग रहा है।
यह तरीका एंग्ज़ायटी और बेचैनी को काफी हद तक कम करता है।

3. पूरी नींद लें, गहरी और सुकून भरी: कम नींद तनाव को और बढ़ा देती है।
रात में मोबाइल और लैपटॉप से दूरी बनाएँ, सोने से पहले कैफीन या भारी खाना न खाएँ। हर दिन एक तय समय पर सोएँ और उठें। अच्छी नींद शरीर और दिमाग दोनों को रिफ्रेश करती है — यह तनाव के खिलाफ़ आपकी प्राकृतिक दवा है।

4. हेल्दी डाइट और हाइड्रेशन बनाए रखें:आपका खाना सीधे आपकी भावनाओं को प्रभावित करता है।
हरी सब्ज़ियाँ, फल, नट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार स्ट्रेस को कम करता है।
ज्यादा जंक फूड, शुगर और तला-भुना खाना तनाव और थकान बढ़ा सकता है।
साथ ही, दिनभर में 7–8 गिलास पानी पीना न भूलें — क्योंकि डिहाइड्रेशन मूड और एनर्जी दोनों को प्रभावित करता है।

5. लोगों से जुड़े रहें, अपनी हॉबीज़ जिएँ: अकेलापन तनाव का सबसे बड़ा कारण है। दोस्तों, परिवार और प्रियजनों के साथ समय बिताना मन को सुकून देता है।
साथ ही, अपनी हॉबीज़ जैसे संगीत सुनना, गार्डनिंग, डांसिंग या पेंटिंग को समय देना भी जरूरी है। ये छोटी-छोटी खुशियाँ आपकी मेंटल एनर्जी को पॉजिटिव बनाए रखती हैं।

स्ट्रेस को मिटाने का सबसे अच्छा तरीका उसे अनदेखा करना नहीं, बल्कि उसे समझना और संभालना है। खुद से जुड़ें, अपनी ज़रूरतों को समझें और ज़िंदगी को एक पल में जीना सीखें।
क्योंकि स्वस्थ मन ही स्वस्थ शरीर की असली पहचान है।

Khushi Chittoria
Khushi Chittoria

Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a Bachelor degree in Bachelor of Arts degree in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi manages the editorial department, web stories and anchoring.