हमारी तेज़-रफ्तार ज़िंदगी में अच्छी नींद एक लग्ज़री बनती जा रही है। पर सच यह है कि नींद ही वह ईंधन है जो हमारी सेहत, दिमाग, भावनाओं और ऊर्जा को संतुलित रखता है।


अगर आप भी नींद न आने की समस्या से परेशान हैं, तो ये 15 आसान और वैज्ञानिक टिप्स आपकी रातें बेहतर बना सकते हैं।

1. सही गद्दा और तकिया चुनें — कमर और गर्दन को पूरा सहारा दें

बहुत नरम या बहुत पुराने गद्दे से रीढ़ की हड्डी असंतुलित हो जाती है। भारतीय शरीर संरचना के हिसाब से ऐसा गद्दा चुनें जो कमर को सपोर्ट करे और तकिया ऐसा हो जो गर्दन को सीधा रखे। अच्छी नींद अक्सर सही बिस्तर से ही शुरू होती है।

2. बेडरूम को सिर्फ आराम और नींद की जगह बनाएं

यदि बेडरूम में काम, फोन, टीवी या खाने की आदत है, तो आपका दिमाग इसे “आराम की जगह” मानकर पहचान नहीं पाता। कोशिश करें कि आपका कमरा केवल सोने, रिलैक्स होने और शांत समय बिताने के लिए हो।

3. कमरे का तापमान संतुलित रखें — न ज्यादा गर्म, न ज्यादा ठंडा

भारतीय मौसम में तापमान का उतार-चढ़ाव नींद को बहुत प्रभावित करता है। कमरे को थोड़ा ठंडा और वेंटिलेटेड रखें। बंद कमरा, उमस या गर्माहट नींद को हल्की और बेचैन कर देती है।

4. बिस्तर को हमेशा साफ रखें — एलर्जी और घुटन खत्म करें

साफ चादर, साफ तकिया और धूल-मुक्त कंबल नींद की गुणवत्ता बढ़ाते हैं। गंदगी या धूल से एलर्जी, छींकें और बेचैनी होती है, जिससे नींद टूटती रहती है।

5. सोने से 1 घंटा पहले स्क्रीन बंद — दिमाग को रिलैक्स होने दें

मोबाइल की ब्लू लाइट शरीर की नींद हार्मोन (मेलाटोनिन) को कम करती है। इसलिए सोने से एक घंटा पहले स्क्रीन से दूरी रखें। यह बदलाव कुछ ही दिनों में असर दिखाता है।

6. रोज़ एक तय समय पर सोएं और जागें

शरीर की आंतरिक घड़ी तब ही ठीक चलती है जब नींद का टाइम रोज़ एक जैसा हो। सप्ताहांत में भी बहुत देर तक न सोएं। नियमितता अच्छी नींद की सबसे बड़ी कुंजी है।

7. दिन में छोटी झपकी चलेगी, लेकिन लंबी झपकी नींद खराब कर देगी

भारत में दोपहर की नींद आम है, पर जरुरी है कि यह 20–30 मिनट तक सीमित रहे। इससे दिमाग ताज़ा होता है, लेकिन लंबी झपकी रात की नींद उड़ाने का कारण बन जाती है।

8. रात का खाना हल्का, सुपाच्य और समय पर लें

देर रात भारी खाना, तली चीजें या बहुत मसालेदार भोजन पाचन तंत्र को व्यस्त रखता है और नींद नहीं आने देता। कोशिश करें कि रात का खाना 8–9 बजे तक कर लें।

9. कैफीन, चाय और कोल्ड ड्रिंक्स शाम के बाद बंद

चाय, कॉफी, सोडा और एनर्जी ड्रिंक में मौजूद कैफीन दिमाग को सतर्क रखता है। शाम के बाद इनसे दूरी बनाएं, खासकर यदि आप रात में देर तक जागते रहते हैं।

10. सोने से पहले एक रिलैक्सिंग रूटीन बनाएं

गर्म पानी से पैर धोना, हल्का संगीत, शांत किताब, या 5 मिनट का मेडिटेशन — ये सब दिमाग को संकेत देते हैं कि अब आराम का समय है। रोज़ का छोटा सा रूटीन नींद को गहरा बनाता है।

11. कमरे में शांति और अंधेरा रखें — बाहरी परेशानियों को रोकें

जरूरत पड़े तो इयरप्लग, स्लीप मास्क या मोटे पर्दे लगाएं। तेज रोशनी और शोर नींद की लय बिगाड़ देते हैं। शांत कमरा हमेशा गहरी नींद लाता है।

12. सोने से पहले तनाव कम करें — दिमाग को हल्का होने दें

तनाव भारतीयों की नींद का सबसे बड़ा दुश्मन है। सोने से पहले कुछ मिनट सांस लेने के व्यायाम करें। दिमाग शांत होगा और नींद जल्दी आएगी।

13. शराब और स्मोकिंग से दूर रहें — ये नींद तोड़ते हैं

शराब नींद लाती जरूर है, लेकिन आधी रात में जगाकर नींद चक्र बिगाड़ देती है। स्मोकिंग में मौजूद निकोटीन दिमाग को उत्तेजित करता है, जिससे नींद भाग जाती है।

14. अगर नींद न आए तो बिस्तर पर न पड़े रहें

15–20 मिनट बिस्तर पर लेटने के बाद भी नींद न आए तो उठकर हल्की गतिविधि करें — जैसे शांत किताब पढ़ना। इससे दिमाग को फिर से “नींद मोड” में आने का मौका मिलता है।

15. रात को पानी सीमित मात्रा में पिएं — बार-बार उठने से बचें

बहुत लोग रात में पानी पीकर सोते हैं। इससे बीच रात में बाथरूम जाने की जरूरत पड़ती है, जो नींद की गहराई को तोड़ देती है। रात को थोड़ी देर पहले पानी लें लेकिन सोने से ठीक पहले नहीं।

अच्छी नींद किसी दवाई से कम नहीं। सही बिस्तर, शांत माहौल, सही खानपान और तनाव-मुक्त दिमाग — इन 15 भारतीय टिप्स को अपनाने से आपकी नींद की गुणवत्ता कुछ ही दिनों में बेहतर हो सकती है।

Kanchan Chaurasiya
Kanchan Chaurasiya

Kanchan Chaurasiya joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Marketing Coordinator. She holds a Bachelor's degree in Arts from Delhi University and has completed certifications in digital marketing. With a strong interest in health news, content creation, hospital updates, and emerging trends, Kanchan manages social media, news coverage, and public relations activities. She coordinates media outreach, creates press releases, promotes healthcare professionals and institutions, and supports health awareness campaigns to ensure accurate, engaging, and timely communication for the medical community and the public.