60 के दशक में सुंदर और स्वस्थ उम्र बढ़ाना – डॉ सुजाता स्टीफन

62 साल की उम्र में उम्र को पीछे धकेलने वाली दिनचर्या में साफ-सुथरा आहार, घर का बना खाना और अनुशासित जीवनशैली शामिल है। ये आदतें स्वस्थ उम्र बढ़ाने, ऊर्जा, ताकत और चमकती त्वचा बनाए रखने में मदद करती हैं। उम्र के साथ मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, इसलिए शरीर को ज्यादा कैलोरी की बजाय बेहतर पोषक तत्वों की जरूरत होती है।
सुबह की शुरुआत: गर्म पानी से करें, पाचन सक्रिय रहता है और टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। पपीता, सेब, केला और एवोकाडो जैसे ताजे फल फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, पोटेशियम और हेल्दी फैट देते हैं। ये कोशिकाओं को उम्र बढ़ने से बचाते हैं और आंत के स्वास्थ्य को समर्थन देते हैं।
नाश्ता: अंडे, नट्स और ब्लूबेरी का संयोजन प्रोटीन, ओमेगा-3 फैट और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है। 60 के बाद प्रोटीन मांसपेशियों की सुरक्षा, गतिशीलता और इम्यूनिटी के लिए महत्वपूर्ण है।
पारंपरिक भोजन: नाचनी (रागी) की रोटी कैल्शियम और आयरन देती है, हड्डियों के स्वास्थ्य और एनीमिया रोकने में मदद करती है।
दोपहर का भोजन: सलाद-युक्त लंच हल्का पाचन और विटामिन, हाइड्रेशन प्रदान करता है।
रात का भोजन: सरल घर का खाना बेहतर नींद में मदद करता है, जो कोशिकाओं की मरम्मत और स्मृति के लिए जरूरी है।
60 के दशक में आहार पर ध्यान दें:
- हर भोजन में प्रोटीन – अंडे, पनीर, लीन मीट, दालें
- रंग-बिरंगे फल और सब्जियां
- साबुत अनाज – रागी, ओट्स, मिलेट्स
- अच्छे फैट – नट्स, बीज, ऑलिव ऑयल
- पर्याप्त पानी और हर्बल ड्रिंक
- सीमित शुगर, प्रोसेस्ड और तला हुआ भोजन
सीमित करें:
- तली-भुनी चीजें और फास्ट फूड – सूजन बढ़ाते हैं
- ज्यादा शुगर – डायबिटीज और हार्ट रिस्क बढ़ता है
- ज्यादा नमक – ब्लड प्रेशर बढ़ता है
- पैकेज्ड फूड – प्रिजर्वेटिव्स
- लाल/प्रोसेस्ड मीट – ज्यादा मात्रा में
- देर रात भारी भोजन – पाचन और नींद खराब
स्वस्थ उम्र बढ़ाने के लिए जरूरी नहीं कि आप कड़ा डाइट फॉलो करें। प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मांसपेशियों, हड्डियों और इम्यूनिटी के लिए जरूरी हैं। रंग-बिरंगा, घर का बना और हाइड्रेटेड प्लेट उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। इसका मतलब कम खाना नहीं, बल्कि उम्र के अनुसार सही खाना है।
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