आज की बदलती जीवनशैली में डायबिटीज, पाचन संबंधी समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन और शरीर में गांठ जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कई बार ये समस्याएं लाइलाज जैसी लगने लगती हैं, लेकिन आयुर्वेद में इनका समाधान सदियों से प्राकृतिक औषधियों के माध्यम से बताया गया है। ऐसी ही एक प्रभावशाली औषधीय पौधा है कचनार, जिसे आयुर्वेद में अत्यंत गुणकारी माना जाता है।

कचनार भारतीय उपमहाद्वीप में आसानी से पाया जाने वाला एक औषधीय वृक्ष है। इसके फूल, पत्ते और विशेष रूप से इसकी छाल कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभकारी मानी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार कचनार शरीर में बनने वाली गांठों को कम करने या गलाने में सहायक होता है। चाहे वह थायरॉइड की गांठ हो, नसों में सूजन, गर्भाशय में फाइब्रॉइड या अन्य प्रकार की सूजन—कचनार को इन स्थितियों में उपयोगी माना जाता है।

कचनार की छाल का काढ़ा आयुर्वेद में विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इसका नियमित और सही मात्रा में सेवन करने से शरीर में जमा विषैले तत्व बाहर निकलने में मदद मिलती है। कई आयुर्वेदाचार्य कचनार गुग्गुल के सेवन की भी सलाह देते हैं, जो बाजार में उपलब्ध है या घर पर भी बनाया जा सकता है। इसके लिए शुद्ध गुग्गुल को घी में पिघलाकर कचनार की छाल और पत्तों का रस मिलाया जाता है और छोटी गोलियां बनाकर सुरक्षित रखी जाती हैं।

पाचन से जुड़ी समस्याओं में कचनार का काढ़ा दस्त, पेट दर्द, गैस और अपच में राहत देता है। डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए इसके पत्तों का रस ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने में सहायक माना जाता है। त्वचा रोग जैसे एक्जिमा, दाद और खुजली में कचनार के फूलों का लेप लगाने से लाभ मिल सकता है।

महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी कचनार उपयोगी माना गया है। इसके फूलों का काढ़ा पीरियड्स की अनियमितता, दर्द और ऐंठन में आराम देने में मदद करता है। इसके अलावा बुखार और मुंह के छालों में भी कचनार की छाल का काढ़ा उपयोगी माना जाता है।

आयुर्वेद में कचनार को रसायन गुणों से भरपूर माना गया है, जिसमें कैंसर-रोधी तत्व भी पाए जाते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि किसी भी औषधि का सेवन स्वयं निर्णय लेकर न करें। कचनार का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से, सही मात्रा और अवधि में ही करना चाहिए, ताकि लाभ मिले और किसी प्रकार का नुकसान न हो।

सही मार्गदर्शन के साथ कचनार का उपयोग स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।

With Inputs from IANS

Dr. Bhumika Maikhuri
Dr. Bhumika Maikhuri

Dr Bhumika Maikhuri is a Consultant Orthodontist at Sanjeevan Hospital, Delhi. She is also working as a Correspondent and a Medical Writer at Medical Dialogues. She completed her BDS from Dr D Y patil dental college and MDS from Kalinga institute of dental sciences. Apart from dentistry, she has a strong research and scientific writing acumen. At Medical Dialogues, She focusses on medical news, dental news, dental FAQ and medical writing etc.