नई दिल्ली: फोर्टिस हेल्थकेयर ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दोपहिया वाहन दुर्घटनाओं से पैदा होने वाली आपातकालीन परिस्थितियों को रोकने के उद्देश्य से देशव्यापी हेल्मेट सुरक्षा अभियान शुरू किया है। इस पहल को स्थानीय ट्रैफिक पुलिस विभागों के सहयोग से देशभर में उन विभिन्न शहरों में चलाया जाएगा जहां फोर्टिस अस्पताल कार्यरत हैं।

इस अभियान के तहत्, दिल्ली स्थित फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला, नई दिल्ली; फोर्टिस हॉस्पीटल वसंत कुंज तथा फोर्टिस हॉस्पीटल शालीमार बाग ने अपने आसपास, अधिक ट्रैफिक वाले इलाकों में बिना हेल्मेट के दोपहिया वाहन चला रहे राइडर्स को 500 से अधिक ब्रांडेड हेल्मेट और फर्स्ट एड बुकलेट्स (प्राथमिक चिकित्सा पुस्तिकाएं) का वितरण किया।

इस गतिविधि को सुगम तरीके से आयोजित करने के लिए अस्पतालों के नजदीक हाइ ट्रैफिक ज़ोन्स में खास कियोस्क भी लगाए गए थे।

इस कैम्पेन को अनूठा और प्रभावी बनाने के लिए, एक व्यक्ति को यमराज के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसने दोपहिया वाहन चालकों को हेल्मेट वितरित किए और उन्हें अपनी-अपनी सुरक्षा को लेकर अधिक जागरूक और सचेत बनने के बारे में भी बताया। यमराज के मुंह से जीवन-रक्षा का संदेश प्रसारित करना वाकई काफी रोचक और प्रभावी कदम था।

यह अभियान, पहले से जारी फोर्टिस है ना कैम्पेन की मूल भावना के अनुरूप है, जो कि तैयारियों पर जोर देने के साथ-साथ देखभाल और समय पर रिस्पॉन्स देने पर जोर देता है।वाहन चलाने संबंधी सुरक्षित आदतों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ आपातकालीन स्थितियों को कम करने पर जोर देते हुए, फोर्टिस का मकसद नाजुक क्षणों में भरोसेमंद हेल्थकेयर पार्टनर की अपनी भूमिका को मजबूती देना है।

हेल्मेट वितरण अभियान के बारे में, डॉ ऋतु गर्ग, चीफ ग्रोथ एंड इनोवेशन ऑफिसर, फोर्टिस हेल्थकेयर ने कहा, “इस अभियान के माध्यम से हमारा मुख्य उद्देश्य आम जनता को हेल्मेट प्रयोग करने के बारे में जागरूक बनाना है। इस पहल के साथ ही, हम अपने राइडर्स को यह याद दिलाना चाहते हैं कि हेल्मेट लगाने जैसी मामूली सावधानी का पालन कर जिंदगी को बदलकर रख देने वाली दुर्घटनाओं / चोटों से बचाव हो सकता है।

इस गतिविधि के माध्यम से, हम शहर में बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंच बनाकर उन्हें जिम्मेदार तरीके से सड़कों पर वाहन चलाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। फोर्टिस में, हम समुदाय की खुशहाली और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और साथ ही, आपातकालीन परिस्थितियों के मद्देनज़र अपनी तैयारियों को भी बढ़ाने पर जोर देते हैं।”

यह अभियान, ‘फोर्टिस है न’ कैम्पेन के तहत् ज़मीनी स्तर पर चलायी जा रही रणनीति का हिस्सा है, जो इमरजेंसी की स्थिति में जागरूकता और उससे संबंधित तैयारियों के साथ-साथ भरोसेमंद हेल्थकेयर पार्टनर के तौर पर फोर्टिस के प्रति आम जनता के मन में विश्वास बढ़ाने में भी मददगार होगा।

देशभर में, बड़े पैमाने पर आयोजित यह पहल, फोर्टिस हेल्थकेयर की कम्युनिटी हेल्थ और सेफ्टी के प्रति प्रतिबद्धता को एक बार फिर साबित करती है – और आपातकालीन परिस्थितियों से जुड़ी तैयारियों को अस्पताल की चारदीवारी से बाहर रोज़ाना की जिंदगी का हिस्सा बनाती है।

Khushi Chittoria
Khushi Chittoria

Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a degree in Bachelor of Arts in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi works in the editorial department, web stories and anchoring.