अब तक हवा में मौजूद हानिकारक प्रदूषक कणों को मुख्य रूप से फेफड़ों और हृदय की बीमारियों से जोड़ा जाता रहा है, लेकिन UCLA Health के एक नए अध्ययन में एक और गंभीर सच सामने आया है — वायु प्रदूषण हमारी आंतों (गट) को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है, और यही गट संबंधी असंतुलन हृदय रोग को तेज़ करता है। यह शोध दर्शाता है कि प्रदूषण का असर सिर्फ फेफड़ों या दिल तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शरीर के कई अंगों को प्रभावित करता है।

Environment International में प्रकाशित इस अध्ययन में माउस को 10 हफ्तों तक या तो अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट मैटर (PM) वाले प्रदूषित वातावरण या साफ़ हवा में रखा गया।

परिणाम बेहद चिंताजनक रहे: प्रदूषित हवा में साँस लेने वाले माउस के गट माइक्रोबायोम में बड़े बदलाव देखे गए, जो सीधे उनकी धमनियों में एथेरोस्क्लेरोटिक प्लाक बढ़ने से जुड़े थे। यानी, प्रदूषण न केवल सीधे हृदय पर असर डालता है बल्कि गट माइक्रोबायोम के असंतुलन के जरिए भी हृदय रोग को बढ़ावा देता है।

शोधकर्ताओं ने कई जैविक संकेत पहचाने:

इन माउस के मल में शॉर्ट-चेन फैटी एसिड्स (SCFAs) की मात्रा बढ़ी, जो गट माइक्रोबायोम की असंतुलित गतिविधि का संकेत है।

उनके लिवर में मैलोनडियल्डिहाइड (MDA) अधिक पाया गया, जो ऑक्सीडेटिव तनाव को दर्शाता है।

लिवर में एंटीऑक्सीडेंट और एंडोप्लाज़्मिक रेटिकुलम (ER) स्ट्रेस जीन सक्रिय पाए गए, जो कोशिकीय तनाव का संकेत हैं।

अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता डॉ. जीसस अराऊजो के अनुसार, “यह शोध साबित करता है कि प्रदूषित हवा सिर्फ फेफड़ों या हृदय को नहीं प्रभावित करती, बल्कि गट माइक्रोबायोम को बिगाड़कर लिवर पर तनाव डालती है और धमनियों में ब्लॉकेज तेज़ करती है।”

विश्वभर में हृदय रोग करोड़ों मौतों का कारण बनता है। यह अध्ययन स्पष्ट करता है कि प्रदूषित हवा गट–लिवर–दिल के बीच एक हानिकारक चक्र उत्पन्न करती है:

गट माइक्रोबायोम में असंतुलन

लिवर में ऑक्सीडेटिव और ER स्ट्रेस

शरीर पर बढ़ा मेटाबॉलिक दबाव

धमनियों में प्लाक बनने की तेज़ प्रक्रिया

यह शोध हवा के प्रदूषण के शरीर पर व्यापक और जटिल प्रभाव को उजागर करता है, जो न केवल फेफड़ों और हृदय बल्कि गट और लिवर को भी प्रभावित करता है।

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एयर पॉल्यूशन सिर्फ साँस लेने की समस्या नहीं है — यह आंतों को बिगाड़कर दिल की बीमारी को भी तेज़ करता है।
Khushi Chittoria
Khushi Chittoria

Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a degree in Bachelor of Arts in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi works in the editorial department, web stories and anchoring.