बार-बार कमर दर्द? हो सकता है किडनी स्टोन — जानें शुरुआती संकेत

कमर में उठता हल्का दर्द हम अक्सर थकान, गलत तरीके से बैठने या देर तक मोबाइल/लैपटॉप पर रहने का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। मगर कई बार यही दर्द शरीर की चेतावनी हो सकता है। किडनी स्टोन कोई कम दिखने वाली समस्या नहीं है — आंकड़ों के अनुसार हर 10 में से 1 व्यक्ति अपने जीवन में कभी न कभी किडनी स्टोन झेलता है।
दिक्कत यह है कि पत्थरी कई दिनों तक बिना आवाज़ किए बनती रहती है। परेशानी तब शुरू होती है जब यह पेशाब के रास्ते में आगे बढ़ने लगती है — और फिर जो दर्द होता है, वह अक्सर अचानक और बेहद तेज़ महसूस होता है।
किडनी स्टोन दरअसल खनिजों और लवणों (Minerals and Salts) के छोटे-छोटे कठोर टुकड़ों जैसे होते हैं। जब शरीर में पानी कम होता है, पेशाब गाढ़ा हो जाता है और धीरे-धीरे ये कण आपस में चिपककर पत्थर जैसा रूप ले लेते हैं। छोटे स्टोन कई बार बिना किसी परेशानी के निकल भी जाते हैं, पर बड़े स्टोन पेशाब जाने वाले रास्ते में फंसकर दर्द बढ़ा देते हैं।यह दर्द कभी कम तो कभी अचानक बढ़ जाता है और कमर से पेट तक फैल सकता है।
दर्द के साथ कई अहम संकेत भी दिखते हैं, जिन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए। पेशाब करते समय जलन, बार-बार पेशाब की इच्छा लेकिन कम मात्रा में होना, पेशाब का रंग गुलाबी या लाल दिखना (खून की मौजूदगी का संकेत), पेशाब का धुंधला या बदबूदार होना — ये सभी शुरुआती चेतावनी हो सकते हैं। कई बार इसके साथ मितली, उल्टी या तेज़ चुभन जैसा दर्द भी महसूस होता है। अगर दर्द के साथ बुखार और ठंड लगने लगे तो यह संक्रमण की तरफ इशारा करता है और तुरंत डॉक्टर की जरूरत होती है।
कौन से लक्षण बताते हैं कि यह सिर्फ आम कमर दर्द नहीं?
- कमर/पीठ के निचले हिस्से में तेज़ दर्द
- दर्द वेव्स की तरह आना-जाना
- पेशाब के दौरान जलन या चुभन
- बार-बार पेशाब की जरूरत पर कम मात्रा निकलना
- पेशाब लाल/गुलाबी/भूरा होना
- धुंधला या बदबूदार पेशाब
- मितली या उल्टी
- दर्द के साथ बुखार (संक्रमण की संभावना)
किडनी स्टोन क्यों बनते हैं?
- पानी कम पीना — सबसे आम कारण
- ज्यादा नमक, मीट या प्रोटीन वाला भोजन
- पालक, चॉकलेट, नट्स जैसी चीज़ों का ज्यादा सेवन
- परिवार में किसी को स्टोन रहा हो
- शरीर में यूरिक एसिड या कैल्शियम असंतुलन
छोटे स्टोन ज्यादातर समय पानी ज्यादा पीने पर कुछ हफ्तों में बाहर निकल सकते हैं, लेकिन बड़े वाले के लिए डॉक्टर की मदद की जरूरत पड़ सकती है। जितना देर व्यक्ति दर्द को टालता है, परेशानी उतनी बढ़ सकती है। इसलिए समय रहते पहचान लेना और ध्यान देना जरूरी है।
शरीर की छोटी तकलीफों को नजरअंदाज न करें
दिन भर पानी पिएं, पेशाब का रंग गहरा दिखे तो पानी बढ़ाएं, नमक कम रखें और अगर कमर दर्द बार-बार परेशान करे तो जांच करवा लें।
कई बार साधारण लगने वाला दर्द आगे चलकर बड़ा रोग बन सकता है — पर थोड़ी सावधानी ही आपको उससे बचा सकती है।


