बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान सिर्फ अपनी फिल्मों और चार्म के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी पॉज़िटिव सोच और काम करने के अंदाज़ के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में शाहरुख खान ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब उन्हें ज़िंदगी में स्ट्रेस या टेंशन महसूस होता है, तो वे उससे कैसे निपटते हैं।

शाहरुख खान, जो अब 60 साल के हो चुके हैं, ने कहा कि आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में तनाव से बचना लगभग नामुमकिन है। लेकिन सही तरीके से सोचने और खुद को संभालने से स्ट्रेस पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जब भी उन्हें ज़्यादा दबाव महसूस होता है, तो वे खुद से थोड़ी दूरी बनाकर सोचते हैं, ताकि वे स्थिति को शांत मन से समझ सकें।

उन्होंने कहा, "जब मैं स्ट्रेस में होता हूँ, तो सबसे पहले मैं कुछ देर के लिए काम से ब्रेक ले लेता हूँ। मैं अपने बच्चों से बात करता हूँ, पुराने गाने सुनता हूँ या फिर फिल्में देखता हूँ। कभी-कभी बस अकेले में बैठकर सोचता हूँ कि जो भी हो रहा है, वो इतना बड़ा नहीं है जितना मैं उसे बना रहा हूँ।"

शाहरुख खान का मानना है कि खुश रहना एक प्रैक्टिस है, जो हर दिन करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि वो अपने दिन की शुरुआत हमेशा कृतज्ञता से करते हैं — यानी भगवान या ज़िंदगी का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्हें एक और दिन मिला बेहतर करने का।

उनका कहना है कि स्ट्रेस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है खुद को पॉज़िटिव लोगों के बीच रखना और उन चीज़ों पर फोकस करना जिन्हें हम कंट्रोल कर सकते हैं। उन्होंने मज़ाक में कहा, "अगर टेंशन से कुछ अच्छा होने वाला होता, तो मैं अब तक दुनिया का सबसे सफल आदमी होता"

शाहरुख खान का यह स्ट्रेस-फ्री मंत्र बताता है कि ज़िंदगी में काम और सफलता से ज़्यादा ज़रूरी है मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखना — यही असली सुपरस्टार बनने का राज़ है।

Khushi Chittoria
Khushi Chittoria

Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a Bachelor degree in Bachelor of Arts degree in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi manages the editorial department, web stories and anchoring.