नई दिल्ली: उन्नत आर्थोपेडिक देखभाल में अपनी विशेषज्ञता साबित करते हुए फ़रीदाबाद के सेक्टर 8 स्थित सरवोदया अस्पताल ने 27 वर्षीय, 165 किलो वज़न वाले मरीज के दोनों हिप में हुए गंभीर एवैस्कुलर नेक्रोसिस (AVN) का सफल उपचार किया है।

कोलकाता के रहने वाले रोहित मुंद्रा AVN की वजह से दोनों हिप में तेज़ दर्द और चलने-फिरने में भारी दिक्कत का सामना कर रहे थे। भारत में युवाओं में AVN के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, और यह बीमारी जीवन की गुणवत्ता को काफी प्रभावित करती है। रोहित की स्थिति और भी जटिल थी क्योंकि वह क्लास-III मोटापे (BMI 49.2) से भी जूझ रहे थे, जो डायबिटीज, दिल की बीमारियों, हाई BP, स्लीप डिसऑर्डर और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसे कई गंभीर जोखिमों से जुड़ा होता है।

मरीज का एक हिप रिप्लेसमेंट पिछले साल किया गया था, जिसमें बेहतरीन सफलता मिली। बेहतर रिकवरी के बाद वे 2025 में दूसरी हिप की सर्जरी करवाने लौटे। यह सर्जरी भी उतनी ही सफल रही, जिससे अस्पताल की विशेषज्ञ टीम की दक्षता साफ नज़र आती है।

डॉ. पंकज वालेचा, डायरेक्टर एवं हेड – रोबोटिक नी और मिनिमली इनवेसिव हिप रिप्लेसमेंट, ने बताया,

“165 किलो वज़न वाले युवा मरीज का टोटल हिप रिप्लेसमेंट बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। इसमें उच्च स्तर की सर्जिकल स्किल, सटीक योजना और पूरी तरह तैयार मल्टीडिसिप्लिनरी टीम की जरूरत होती है। युवाओं में AVN तेजी से बढ़ रहा है। हमारे OPD में रोज़ ऐसे मरीज आते हैं—भारत के अलग-अलग राज्यों से, और यहां तक कि बांग्लादेश व नेपाल से भी।”

उन्होंने बताया कि मोटापा, स्टेरॉयड का उपयोग, शराब का अत्यधिक सेवन और देर से पहचान AVN को गंभीर रूप से बढ़ा देते हैं, और कई बार टोटल हिप रिप्लेसमेंट ही सबसे प्रभावी विकल्प बन जाता है।

सरवोदया अस्पताल अब मिनिमली इनवेसिव हिप रिप्लेसमेंट और जटिल जॉइंट रीकंस्ट्रक्शन का भरोसेमंद केंद्र बन चुका है। यहां हाई-रिस्क सर्जरी के लिए उन्नत ऑपरेशन थिएटर, विशेष आर्थोपेडिक एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टीम, नेक्स्ट-जनरेशन इमेजिंग, कंप्यूटर-नैविगेशन तकनीक और मोटे व युवा मरीजों के लिए विशेष रिहैब प्रोग्राम उपलब्ध हैं।

मोटापा न केवल हिप जॉइंट को तेज़ी से नुकसान पहुंचाता है, बल्कि सर्जरी को भी तकनीकी रूप से कठिन बना देता है। इस सफल उपचार ने साबित किया है कि सरवोदया अस्पताल जटिल और हाई-रिस्क आर्थोपेडिक मामलों को सुरक्षित और सटीक तरीके से संभालने में लगातार अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

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Deshbandhu Singh is the Senior Managing Editor at Medical Dialogues and Health Dialogues with about three decades of experience in both print and digital journalism. Previously, he has held editorial leadership roles at NDTV (Head of Digital Content Strategy and Senior Executive Editor), India Today Group Digital, Hindustan Times, Times Internet, and Sahara India. He is known for his expertise in digital content strategy, newsroom operations, and the launch of leading web and mobile platforms in Indian media.