रात भर भीगे हुए सूखे मेवों के हैं दोगुने फायदे, हमेशा चुस्त-दुरूस्त रहेगा शरीर

हमारे शरीर को चुस्त-दुरुस्त और स्वस्थ बनाए रखने के लिए आहार के साथ-साथ सूखे मेवे भी बेहद फायदेमंद हैं। ये न सिर्फ शरीर की कोशिकाओं को पोषण देते हैं, बल्कि मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य को भी मजबूत रखते हैं। अक्सर कहा जाता है कि सूखे मेवे रात को भिगोकर खाने चाहिए। ऐसा क्यों किया जाता है और इसके क्या लाभ हैं, आइए जानते हैं।
बादाम का सेवन सभी के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे भिगोकर खाना बेहतर माना जाता है। रात भर भिगोने से बादाम में मौजूद फाइटिक एसिड कम हो जाते हैं, जो शरीर में पोषण के अवशोषण को रोकते हैं। भिगोकर बादाम खाने से पाचन भी आसान होता है और शरीर को इसका पूरा पोषण मिलता है।
किशमिश को भी रात में भिगोकर सुबह खाना चाहिए। भीगी हुई किशमिश में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है और यह पाचन को बेहतर बनाने के साथ शरीर में गर्मी कम करने में भी मदद करती है। वहीं, अंजीर को भिगोकर खाना चाहिए क्योंकि सूखा अंजीर सख्त होता है और पाचन में बाधा डालता है। भीगी हुई अंजीर से कैल्शियम, पोटैशियम और अन्य मिनरल्स आसानी से अवशोषित होते हैं। यदि इसे दूध के साथ लिया जाए तो शरीर को ऊर्जा मिलती है।
कुछ बीज भी हैं, जिन्हें भिगोकर खाना चाहिए, जैसे असली के बीज, मेथी और धनिया के बीज। मेथी के बीजों को भिगोने से उनका कड़वापन कम होता है और पाचन बेहतर होता है। इसका पानी पीने या बीज खाने से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहते हैं और आंतों से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं। असली के बीजों को भिगोने से फाइटिक एसिड कम होते हैं और प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन आसानी से अवशोषित होते हैं।
अखरोट, खसखस, काजू, पिस्ता और मगज के बीज बिना भिगोए भी खाए जा सकते हैं। नियमित रूप से सही मात्रा में भिगोकर और सही तरह से सूखे मेवे खाने से शरीर स्वस्थ, दिमाग़ सक्रिय और ऊर्जा बनी रहती है।
इस प्रकार, सूखे मेवे और बीजों को सही तरीके से लेना न केवल पोषण बढ़ाता है बल्कि पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है।
With inputs from IANS


