कभी-कभी रात के बीच में नींद खुल जाती है और फिर कितनी भी कोशिश कर लें, दोबारा नींद नहीं आती। यह परेशानी बहुत आम है — लगभग हर पाँच में से एक व्यक्ति इसका सामना करता है।

नतीजा — सुबह थकान, सिर भारी, मूड खराब और पूरे दिन की सुस्ती। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो चिंता न करें।

यहाँ हैं 15 आसान और असरदार तरीके, जो आपको फिर से नींद की गोद में लौटने में मदद करेंगे।

1. घबराएँ नहीं, बस गहरी साँस लें:

  • नींद न आने पर सबसे पहले खुद को शांत करें।
  • धीरे-धीरे गहरी साँस लें — 4 सेकंड में साँस अंदर, 6 सेकंड में छोड़ें।
  • यह तरीका दिमाग़ को शांत करता है और शरीर को रिलैक्स मोड में लाता है।

2. बार-बार घड़ी मत देखें

  • नींद खुलने पर घड़ी देखने की आदत सबसे बड़ी गलती है।
  • हर बार वक्त देखने से चिंता बढ़ती है — “अब तो बस 3 घंटे बचे हैं!”
  • घड़ी को दीवार की तरफ़ मोड़ दें और मोबाइल दूर रखें।

3. मोबाइल या लैपटॉप से दूरी बनाइए

  • फोन, टैबलेट या लैपटॉप की नीली रोशनी नींद लाने वाले हार्मोन मेलाटोनिन को रोकती है।
  • रात में नींद खुलने पर फोन देखने से बचें।
  • इसके बजाय आँखें बंद कर गहरी साँस लें या मन में कोई शांत जगह सोचें।

4. बिस्तर छोड़ें, लेकिन उजाला नहीं करें

  • अगर 20 मिनट तक नींद नहीं आती, तो उठ जाइए।
  • लेकिन तेज़ लाइट मत जलाइए।
  • किसी दूसरे कमरे में जाएँ, हल्की किताब पढ़ें या कुछ देर शांत बैठें।
  • थोड़ी नींद आने लगे तो फिर बिस्तर पर लौटें।

5. दोपहर के बाद कैफीन न लें

  • कॉफी, चाय, कोला या एनर्जी ड्रिंक नींद को भगा देते हैं।
  • जो कैफीन आप दोपहर में पीते हैं, उसका असर रात तक बना रहता है।
  • इसलिए 1 बजे के बाद कैफीन से परहेज़ करें ताकि नींद गहरी आए।

6. शरीर को ढीला छोड़ें

  • एक तरीका है — “प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन”।
  • पैरों की उंगलियों से शुरू करें, 5 सेकंड तक कसें फिर ढीला छोड़ें।
  • ऐसे ही पिंडलियाँ, जाँघें, पेट, बाहें और चेहरा ढीला करें।
  • पूरा शरीर रिलैक्स हो जाएगा।

7. उलटी गिनती गिनें — 100 से 1 तक

  • जब दिमाग़ भाग रहा हो, तो उसे थामें — 100 से उलटी गिनती शुरू करें।
  • यह ध्यान को चिंता से हटाकर वर्तमान में लाता है।
  • धीरे-धीरे नींद फिर से घेर लेगी।

8. सोने से पहले मन को शांत करें

  • नींद से पहले कुछ शांत करने वाली चीज़ें करें —
  • धीमी संगीत सुनें, हल्की स्ट्रेचिंग करें या कुछ मिनट ध्यान लगाएँ।
  • जब मन शांत रहता है, तो नींद बीच में कम टूटती है।

9. नींद न आए तो काम शुरू मत करें

  • रात के समय उठकर ईमेल चेक करना, बर्तन धोना या काम करना गलती है।
  • इससे दिमाग़ सीख जाता है कि “रात में उठना = काम का वक्त।”
  • इससे यह आदत बार-बार दोहराई जाती है।

10. शराब से बचें

  • शराब शुरू में नींद लाती है, पर कुछ घंटों बाद शरीर उसे तोड़ देता है —
  • और आप फिर जाग जाते हैं।
  • ऊपर से बार-बार बाथरूम जाने की ज़रूरत भी पड़ती है।
  • अगर नींद गहरी चाहिए, तो शराब न पिएँ।

11. कमरा शांत रखें

  • थोड़ी-सी आवाज़ भी नींद तोड़ सकती है।
  • फोन का नोटिफिकेशन, गाड़ी की हॉर्न या किसी का खर्राटा।
  • कमरे में हल्की व्हाइट नॉइज़, पंखा या इयरप्लग का इस्तेमाल करें।

12. कमरे का तापमान ठंडा रखें

  • बहुत गर्म कमरा नींद खराब कर देता है।
  • नींद के लिए सबसे अच्छा तापमान होता है 18–20 डिग्री सेल्सियस।
  • अगर पसीना आता है या गर्मी लगती है, तो हल्की चादर और पंखा रखें।

13. ध्यान (Meditation) अपनाएँ

  • रात में उठने पर मन शांत करने का सबसे असरदार तरीका है ध्यान।
  • सिर्फ अपनी साँसों पर ध्यान दें या कोई शांत शब्द दोहराएँ — जैसे “शांति”।
  • अगर विचार भटकें, तो धीरे से ध्यान वापस लाएँ।

14. रोज़ाना एक ही समय पर सोएँ और उठें

  • नींद की लय (body clock) बनाए रखना बहुत ज़रूरी है।
  • हर दिन एक ही समय पर सोएँ और जागें — वीकेंड में भी।
  • इससे शरीर खुद-ब-खुद नींद के समय पर शांत होने लगता है।

15. अगर समस्या बार-बार हो, तो डॉक्टर से मिलें

  • अगर हर रात नींद टूटती है या दोबारा नहीं आती, तो यह किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है —
  • जैसे तनाव, डिप्रेशन, थायरॉइड, दर्द या स्लीप एपनिया।
  • डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार सही जांच और इलाज बता सकते हैं।
थकानसिर भारीनींद

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बेचैन रातों को कहें अलविदा! सही दिनचर्या और नींद की आदतें अपनाकर सुकूनभरी नींद फिर पाएँ।
Khushi Chittoria
Khushi Chittoria

Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a degree in Bachelor of Arts in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi works in the editorial department, web stories and anchoring.