नई दिल्ली: मासिक चक्र का अनियमित होना, चेहरे या शरीर पर अनचाहे बाल, अचानक वजन बढ़ना या बार-बार मुँहासे होना अक्सर सिर्फ उम्र या तनाव का असर माना जाता है। लेकिन ये संकेत PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) की शुरुआत हो सकते हैं। आंकड़ों के अनुसार हर 10 में से 1 महिला जीवन में किसी न किसी समय हार्मोनल असंतुलन का सामना करती है।

PCOS में शरीर में ‘एंड्रोजन’ (पुरुष हार्मोन) बढ़ जाता है और ओवरी पूरी तरह से काम नहीं करते। कई महिलाओं में ओवरी के किनारे cysts बन जाते हैं। ध्यान रखें — हर महिला में थैली होना जरूरी नहीं; हार्मोन असंतुलन और उसके लक्षण ही PCOS की पहचान हैं।

PCOS के कारण

PCOS का कोई एक निश्चित कारण नहीं है, लेकिन रिसर्च और विशेषज्ञों के अनुसार कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं। शरीर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता, जिससे हार्मोन असंतुलन बढ़ता है। अगर परिवार में किसी को PCOS रहा हो, तो जोखिम अधिक रहता है। वजन बढ़ना, असंतुलित खानपान और कम शारीरिक गतिविधि भी इसे बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा शरीर में हल्की सूजन (low-grade inflammation) भी हार्मोन को प्रभावित कर सकती है।

PCOS के शुरुआती लक्षण

  • मासिक चक्र अनियमित — बहुत कम या लंबे अंतराल में पीरियड
  • चेहरे/शरीर पर अनचाहे बाल, बाल झड़ना (male-pattern baldness)
  • मुंहासे, ऑयली त्वचा, त्वचा पर डार्क पैच या स्किन टैग
  • अचानक वजन बढ़ना, खासकर पेट के आसपास
  • गर्भधारण में कठिनाई
  • मूड स्विंग्स, चिंता या थकान

PCOS से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएँ

अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो PCOS लंबे समय में कई दिक्कतें पैदा कर सकता है। इनमें गर्भधारण में कठिनाई, डायबिटीज़, ब्लड प्रेशर की समस्या, हृदय संबंधी जोखिम, त्वचा और बालों की समस्या और मानसिक स्वास्थ्य पर असर (तनाव, अवसाद) शामिल हैं। लंबे समय तक अनियमित मासिक धर्म और हार्मोन असंतुलन से महिलाओं का जीवन प्रभावित हो सकता है।

PCOS की जांच कैसे होती है

PCOS का पता डॉक्टर कई तरीकों से लगा सकते हैं। ब्लड टेस्ट में हार्मोन स्तर जांचा जाता है। अल्ट्रासाउंड से अंडाशय की स्थिति और थैली (cysts) की मौजूदगी देखी जाती है। कभी-कभी डॉक्टर मासिक चक्र का पूरा हिस्ट्री और जीवनशैली के बारे में भी पूछते हैं। शुरुआती पहचान से इलाज आसान हो जाता है।

नियंत्रण और बचाव

  • शुरुआती पहचान — मासिक चक्र अनियमित या अनचाहे बाल/मुंहासे दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें
  • संतुलित डाइट और नियमित व्यायाम
  • हार्मोन या दवा थेरपी केवल डॉक्टर की सलाह से
  • समय-समय पर ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की जांच
  • त्वचा और बालों की देखभाल
  • तनाव कम करें, नींद पूरी करें
  • केवल 5% वजन कम करना भी चक्र नियमित करने में मदद कर सकता है।
  • जीवनशैली में बदलाव

PCOS को नियंत्रित करने में जीवनशैली सबसे बड़ा योगदान देती है। रोज़ाना कम से कम 30 मिनट की हल्की-तेज़ फिजिकल एक्टिविटी, संतुलित डाइट जिसमें फल, सब्ज़ियाँ और प्रोटीन शामिल हों, और पानी की पर्याप्त मात्रा लेना मदद करता है। कैफीन और ज्यादा मीठा खाने से बचें।

PCOS सिर्फ मासिक धर्म की गड़बड़ी नहीं है। यह हार्मोनल असंतुलन है, जो शरीर, भावनाओं और भविष्य को प्रभावित कर सकता है। समय पर पहचान और सही बदलाव — संतुलित डाइट, व्यायाम और डॉक्टर से परामर्श — PCOS को नियंत्रित करने और स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है।

संकेत दिखें तो देर न करें, जांच करवाएँ और जीवनशैली में सुधार करें।

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Topic:

PCOS के शुरुआती लक्षण पहचानें और समय पर उपाय अपनाकर हार्मोनल असंतुलन और स्वास्थ्य समस्याओं से बचें।
Dr. Bhumika Maikhuri
Dr. Bhumika Maikhuri

Dr Bhumika Maikhuri is a Consultant Orthodontist at Sanjeevan Hospital, Delhi. She is also working as a Correspondent and a Medical Writer at Medical Dialogues. She completed her BDS from Dr D Y patil dental college and MDS from Kalinga institute of dental sciences. Apart from dentistry, she has a strong research and scientific writing acumen. At Medical Dialogues, She focusses on medical news, dental news, dental FAQ and medical writing etc.