आजकल की लाइफस्टाइल में लिवर से जुड़ी बीमारियाँ तेज़ी से बढ़ रही हैं। हमारा खान-पान और निष्क्रिय जीवनशैली सीधे तौर पर लिवर को प्रभावित कर रहे हैं। इन्हीं में से फैटी लिवर आज सबसे आम बीमारी बन चुकी है। इसमें लिवर में फैट जम जाता है और उसका सामान्य कामकाज बाधित हो जाता है।

अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह सिरोसिस, लिवर फेलियर या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। तो सवाल है — फैटी लिवर को कैसे ठीक करें? लिवर का फैट कैसे घटाएँ?

डॉ एस. के. सरीन, निदेशक – ILBS और नेशनल अकादमी ऑफ़ मेडिकल साइंसेज़ के अध्यक्ष, इसे बेहद आसान तरीके से समझाते हैं।

“आज-कल बच्चों में भी अल्ट्रासाउंड पर हल्का फैटी लिवर दिखने लगा है। आश्चर्य की बात यह है कि कई बच्चे जंक फूड नहीं खाते, घर का खाना खाते हैं, फिर भी उन्हें फैटी लिवर हो रहा है,”
वे बताते हैं।

आसान भाषा में समझने के लिए डॉ सरीन शरीर की तुलना गाड़ी के पहिये से करते हैं।

यदि आप किसी गाड़ी के अगले पहिये का एयर प्रेशर जरूरत से अधिक बढ़ा देते हैं तो गाड़ी उछालने लगती है. इस लिए आप गाड़ी का सही प्रेशर हमेशा मेन्टेन करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके शरीर में कितना वजन होना चाहिए?” 

डॉ सरीन कहते हैं, यही बड़ी वजह है कि फैटी लिवर इतनी तेजी से बढ़ रहा है — हमें अपने आदर्श वजन का अंदाज़ा ही नहीं है।

उनका कहना है की जितने लोगों को फैटी लिवर है उनमे से करीब 50 प्रतिशत लोग वैसे हैं जिनका वजन बढ़ा हुआ है. बाकि लोगों का जेनेटिक समस्या है।

वे एक बहुत आसान फॉर्मूला बताते हैं. आपका कद जितना सेंटीमीटर लम्बा हो उसमे से, यदि आप पुरुष हैं तो 100 घटा दीजिये और यदि महिला हैं तो 105 घटा दीजिये. यही है आप का सही वजन।

पुरुषों के लिए: हाइट (से.मी.) – 100
महिलाओं के लिए: हाइट (से.मी.) – 105

उदाहरण के लिए, 160 से.मी. ऊँचाई वाले पुरुष का आदर्श वजन 60 किलो और महिला का 55 किलो होना चाहिए।

“अगर परिवार में किसी को डायबिटीज़, बीपी, हार्ट डिजीज़, कोलेस्ट्रॉल या कैंसर है, तो 5 किलो और घटाएँ — वही आपका सुरक्षित वजन है,” वे सलाह देते हैं।

और अंत में वे कहते हैं —

“100 ग्राम भी ऊपर-नीचे न होने दें। लिवर आपके शरीर का चार्टर्ड अकाउंटेंट है — आपने जितना ज़्यादा खाया, वो सब स्टोर करता है। तीन दिन पार्टी की तो दो किलो बढ़ गए, लेकिन उन्हें घटाना बहुत मुश्किल है।”


अपना वजन सही रखें, समझदारी से खाएँ, रोज़ाना थोड़ा एक्टिव रहें और अपने लिवर को आराम दें — यही फैटी लिवर से बचाव का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।

लाइफस्टाइललिवर फेलियरडॉ एस. के. सरीनliver diseasesfatty liver

Topic:

बच्चों से लेकर बड़ों तक, फैटी लिवर अब आम समस्या बन गया है। जानिए ILBS के निदेशक डॉ एस. के. सरीन का सिंपल गणितीय फॉर्मूला और लिवर को स्वस्थ रखने के आसान उपाय।
Khushi Chittoria
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Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a degree in Bachelor of Arts in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi works in the editorial department, web stories and anchoring.