AIIMS नई दिल्ली बना WHO का ‘पैंडेमिक प्रिपेयर्डनेस और इमरजेंसी रिस्पॉन्स नेटवर्क साइट’

नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नई दिल्ली को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने “पैंडेमिक प्रिपेयर्डनेस और इमरजेंसी रिस्पॉन्स नेटवर्क साइट” के रूप में चुना है। यह पहल एआईआईएमएस के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. पुनीत मिश्रा के नेतृत्व में की जा रही है।
WHO की “यूनिटी स्टडीज़” एक मानकीकृत शोध प्रणाली है, जिसे इस तरह से बनाया गया है कि किसी भी भविष्य की महामारी (खासकर सांस से जुड़ी बीमारियों) के दौरान दुनिया भर से तेजी से आंकड़े जुटाए जा सकें। इन आंकड़ों से वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियाँ बनाई जा सकेंगी।
कोविड-19 महामारी ने यह साबित किया कि ऐसे यूनिटी प्रोटोकॉल न केवल उच्च आय वाले देशों में बल्कि विकासशील देशों में भी बहुत उपयोगी हैं। इन अध्ययनों से बीमारी के फैलाव को समझने और स्वास्थ्य व्यवस्था की प्रतिक्रिया को मजबूत करने में मदद मिली।
अब WHO दुनिया भर में ऐसे यूनिटी स्टडी नेटवर्क साइट्स स्थापित कर रहा है, जो किसी भी महामारी या नई संक्रामक बीमारी के प्रकोप के दौरान तुरंत अध्ययन शुरू कर सकें और WHO के साथ जानकारी साझा कर सकें।
दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र (SEARO) के 11 सदस्य देशों में से केवल पाँच संस्थान इस नेटवर्क का हिस्सा बनाए गए हैं, और एआईआईएमएस नई दिल्ली उनमें से एक है। यह सम्मान इस बात का प्रमाण है कि एआईआईएमएस ने भारत ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य अनुसंधान और तैयारी की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
यह केंद्र सिर्फ महामारी के समय ही नहीं, बल्कि सामान्य समय में भी काम करता रहेगा — जन स्वास्थ्य से जुड़े शोध, प्रशिक्षण और तैयारी संबंधी कार्यों को जारी रखेगा ताकि स्वास्थ्य व्यवस्था हर समय तैयार रहे।
13 नवंबर 2025 को आयोजित उद्घाटन समारोह में WHO की भारत प्रतिनिधि सुश्री पैडन मुख्य अतिथि रहीं। समारोह की शुरुआत डॉ. उमेश कपिल, अध्यक्ष EFI द्वारा अतिथियों के स्वागत से हुई। डॉ. पुनीत मिश्रा ने परियोजना के बारे में जानकारी दी और डॉ. के. के. वर्मा, डीन एआईआईएमएस ने संस्थान के समर्थन और योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन डॉ. संजय के. राय, प्रोफेसर, सेंटर फॉर कम्युनिटी मेडिसिन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।


