यूके के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने एशिया से लौटे एक यात्री में एमपॉक्स का नया रिकॉम्बिनेंट (मिश्रित) स्ट्रेन पहचाना है, जिसके बाद जोखिम समूहों से तुरंत टीकाकरण करवाने की अपील और जोरदार हो गई है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि यह खोज दिखाती है कि एमपॉक्स वायरस समय-समय पर बदल सकता है, इसलिए टीकाकरण पूरा करना और निगरानी जारी रखना बेहद जरूरी है।

जीनोमिक सीक्वेंसिंग में पाया गया है कि यह नया स्ट्रेन क्लैड Ib और क्लैड IIb दोनों के तत्वों का मिश्रण है। UK Health Security Agency (UKHSA) के अनुसार यह आश्चर्यजनक नहीं है, क्योंकि इन दोनों वेरिएंट का वैश्विक स्तर पर प्रसार जारी है।

हालांकि, अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि यह खोज एक महत्वपूर्ण याद दिलाती है—वायरस विकसित हो सकता है, और इसलिए सर्विलांस, शुरुआती पहचान और समय पर टीकाकरण बेहद जरूरी हैं, खासकर उन समुदायों में जहां जोखिम अधिक है।

एमपॉक्स और उसके वेरिएंट क्या हैं?

एमपॉक्स (पहले मंकीपॉक्स) एक संक्रामक बीमारी है, जो Orthopoxvirus परिवार से आती है—यही परिवार स्मॉलपॉक्स का भी है। एमपॉक्स आमतौर पर हल्का होता है, लेकिन फिर भी इसमें कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे—

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • पीठ दर्द
  • लिम्फ नोड्स में सूजन
  • अत्यधिक थकान
  • और त्वचा पर फफोले या रैश


ये लक्षण आमतौर पर एक्सपोज़र के 5–21 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं।


एमपॉक्स वायरस के दो प्रमुख क्लैड हैं—Clade I (Ia और Ib) तथा Clade II। साल 2022–2023 के वैश्विक प्रकोप में Clade IIb प्रमुख था और इससे होने वाली बीमारी अपेक्षाकृत कम गंभीर रही। इसके विपरीत, Clade I के संक्रमण ऐतिहासिक रूप से ज्यादा गंभीर रहे हैं और अधिक मृत्यु दर से जुड़े रहे हैं, खासकर उन इलाकों में जहां स्वास्थ्य सेवाएँ सीमित हैं।

Clade Ib, Clade I का एक सबग्रुप है, जो हाल के वर्षों में अफ्रीका के बाहर भी यात्रा-सम्बंधित मामलों में देखा गया है।

क्लैड Ib एमपॉक्स के लक्षण

WHO और UKHSA के अनुसार, Clade Ib के लक्षण अन्य एमपॉक्स संक्रमणों जैसे ही होते हैं। शुरुआत में फ्लू जैसे संकेत दिखाई देते हैं—

  • बुखार, ठंड लगना, शरीर टूटना
  • सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द
  • लिम्फ नोड्स का सूज जाना
  • गहरी थकान

कुछ दिनों बाद त्वचा पर विशिष्ट रैश और तरल से भरे फफोले बनते हैं, जो हफ्तों तक रह सकते हैं। ये फफोले हाथ-पैर, चेहरा, धड़ और जननांग/मलाशय क्षेत्र तक कहीं भी हो सकते हैं।

क्लैड Ib पर बढ़ती निगरानी क्यों?

हालांकि यूके में आम जनता के लिए जोखिम कम माना जा रहा है, लेकिन Clade Ib पर ध्यान इसलिए बढ़ा है क्योंकि यह ऐतिहासिक रूप से ज्यादा गंभीर बीमारी से जुड़ा रहा है। अफ्रीका के कुछ क्षेत्रों में Clade I संक्रमणों में मृत्यु दर 3–10% तक रिकॉर्ड की गई है—जो Clade IIb से अधिक है।

हाल के महीनों में Clade Ib के मामले बेल्जियम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन और अमेरिका जैसे देशों में भी पाए गए हैं, अधिकतर उन लोगों में जो प्रभावित क्षेत्रों से यात्रा करके आए थे। यूके में अब तक इसके समुदाय-स्तर पर फैलने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। अधिकांश मामले यात्रा इतिहास या संक्रमित व्यक्तियों के करीबी संपर्क से जुड़े हैं।

संक्रमण कैसे फैलता है और रोकथाम कैसे करें?

एमपॉक्स मुख्य रूप से करीबी शारीरिक संपर्क से फैलता है—


  • संक्रमित व्यक्ति की त्वचा या द्रवों के संपर्क से
  • लंबे समय तक आमने-सामने बातचीत के दौरान सांस की बूंदों से
  • संक्रमित बिस्तर, तौलिये या कपड़ों के संपर्क से


रोकथाम के उपाय:

  • बीमार लोगों से दूरी बनाएँ
  • अच्छी स्वच्छता रखें
  • लक्षण दिखें तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें
  • जोखिम समूहों के लिए टीकाकरण एक महत्वपूर्ण रक्षा है

यूके में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया

UKHSA इस नए स्ट्रेन पर सख्त निगरानी कर रहा है।

  • केस ट्रेसिंग
  • परीक्षण
  • और डॉक्टरों को सतर्क रहने के निर्देश
जारी किए गए हैं।

हालाँकि Clade Ib की पुष्टि हुई है, लेकिन इसे अब यूके में high-consequence infectious disease (HCID) के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है—यह वायरस की बेहतर समझ और स्वास्थ्य व्यवस्था की क्षमता को दर्शाता है।

Clade Ib mpox अफ्रीका के कई हिस्सों में 2023 से काफी फैला हुआ है और हजारों मामलों की पुष्टि हो चुकी है। WHO और अन्य स्वास्थ्य एजेंसियाँ कहती हैं कि आम लोगों के लिए जोखिम कम है, लेकिन लगातार निगरानी, जागरूकता और—खासकर—टीकाकरण जरूरी है।

क्लैड Ib एमपॉक्स भले ही चिंता का विषय हो, लेकिन मौजूदा जानकारी के अनुसार यह यूके की व्यापक आबादी के लिए गंभीर खतरा नहीं है। फिर भी विशेषज्ञों का संदेश स्पष्ट है—
जागरूकता, शुरुआती पहचान और जोखिम समूहों में समय पर टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण हैं।

Stuti Tiwari
Stuti Tiwari

Stuti Tiwari joined Medical Dialogues in 2025 as a Hindi Content Writing Intern. She is currently pursuing a Bachelor’s degree in Journalism from the University of Delhi. With a strong interest in health journalism, digital media, and storytelling, Stuti focuses on writing, editing, and curating Hindi health content. She works on producing informative, engaging, and accurate articles to make healthcare news and updates more understandable and relatable for Hindi-speaking audiences.