अगर आपको डायबिटीज़ है तो आपको कौन-कौन सी गलतियाँ नहीं करनी चाहिए?

अगर आपको डायबिटीज़ है तो इन आम गलतियों से बचें, रखें अपना ब्लड शुगर कंट्रोल में।
क्या आप डायबिटीज़ में ये गलतियाँ कर रहे हैं?
आपकी रोज़मर्रा की दिनचर्या में दवा लेना और सही आहार लेना शामिल हो सकता है। लेकिन कभी-कभी आप भूल या गलती कर सकते हैं, जैसे दवा लेना भूल जाना। डायबिटीज़ होने पर ये गलती स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। इस स्लाइडशो में कुछ आम गलतियों के बारे में बताया गया है ताकि आप सही राह पर रहें और अपनी डायबिटीज़ को सही तरीके से मैनेज कर सकें।
1. दवा डॉक्टर के निर्देशानुसार नहीं लेना
टाइप 2 डायबिटीज़ में कई दवाएं, मौखिक या इंजेक्शन, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। डॉक्टर द्वारा बताए गए अनुसार दवा लेना बेहद जरूरी है। गलत मात्रा लेने से गंभीर बीमारी, दीर्घकालिक परेशानी या मृत्यु तक हो सकती है।
एक अध्ययन में पाया गया कि जिन टाइप 2 डायबिटीज़ के मरीजों ने दवा डॉक्टर के अनुसार नहीं ली, उनका ब्लड शुगर बढ़ा हुआ था।
2. आपके खाद्य और पेय पदार्थ डायबिटीज़-फ्रेंडली नहीं हैं
कैंडी और सोडा जैसी उच्च कार्बोहाइड्रेट वाली चीज़ें ब्लड ग्लूकोज बढ़ा सकती हैं। इनका सेवन सीमित करें। पेय में कम कैलोरी या बिना कैलोरी वाले विकल्प चुनें जैसे पानी, सोल्ट्ज़र, स्पार्कलिंग वॉटर, बिना मीठा या आइस्ड टी। सोडा, एनर्जी ड्रिंक और स्पोर्ट्स ड्रिंक से बचें।
3. कार्बोहाइड्रेट को सही से न समझना
कार्ब्स शरीर में शुगर में बदलते हैं, जिससे ब्लड शुगर बढ़ता है। अधिक कार्ब्स खाने से लंबी अवधि में ब्लड शुगर उच्च रहता है और यह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है।
अधिक कार्ब्स और मीठे खाने से बचें और फाइबर वाले पोषक कार्ब्स खाएं, जैसे ब्रोकली और होल व्हीट ब्रेड।
4. पर्याप्त व्यायाम न करना
व्यायाम स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और डायबिटीज़ को मैनेज करने में मदद करता है। यह ब्लड ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है, हृदय स्वास्थ्य सुधारता है और वजन बनाए रखने में मदद करता है।
व्यायाम संतुलन, नींद, मूड और याददाश्त को भी सुधारता है। डॉक्टर से अपनी व्यायाम दिनचर्या पर चर्चा करें।
5. चेकअप छोड़ना
साल में 2–4 बार चेकअप जरूरी है ताकि डॉक्टर डायबिटीज़ से संबंधित जटिलताओं की जांच कर सकें, पैरों की देखभाल कर सकें और ब्लड शुगर के बदलाव ट्रैक कर सकें।
साथ ही सालाना फिजिकल और आँखों की जांच भी आवश्यक है।
6. अच्छी नींद पर ध्यान न देना
टाइप 2 डायबिटीज़ और नींद की समस्या अक्सर साथ होती हैं। नींद की कमी स्वास्थ्य, जीवन गुणवत्ता और मूड पर बुरा असर डालती है। पर्याप्त नींद से शरीर का मेटाबॉलिज्म नियंत्रित रहता है और डायबिटीज़ मैनेज करना आसान होता है।
7. ब्लड शुगर पर्याप्त न जांचना
ब्लड शुगर टेस्ट करने की आवृत्ति आपकी स्थिति पर निर्भर करती है। पर्याप्त या सही तरीके से टेस्ट न करने से ब्लड शुगर बहुत अधिक या बहुत कम हो सकता है, जिससे सिरदर्द, धुंधली दृष्टि, चक्कर या कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। नियमित जांच से आप और आपका डॉक्टर इलाज की प्रभावशीलता को जान सकते हैं।


