नई दिल्ली- विटामिन सी, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है। अक्सर लोग इसे केवल सर्दी-जुकाम से बचाने वाला विटामिन मानते हैं, लेकिन वास्तव में इसकी भूमिका इससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। विटामिन सी शरीर की हर कोशिका के लिए जरूरी होता है और यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाने का काम करता है।

अगर शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाए, तो इसके गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं। मसूड़ों से खून आना, दांतों का कमजोर होना, पुराने घावों का दोबारा खुल जाना, नसों में कमजोरी आना और शरीर में थकान महसूस होना इसकी आम निशानियां हैं। लंबे समय तक कमी रहने पर स्कर्वी जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है, जिसमें शरीर बेहद कमजोर हो जाता है।

मानव शरीर खुद विटामिन सी नहीं बना सकता और न ही इसे लंबे समय तक जमा करके रख सकता है। इसलिए रोजाना इसे भोजन के जरिए लेना बहुत जरूरी होता है। सामान्य रूप से पुरुषों को रोज करीब 90 मिलीग्राम और महिलाओं को लगभग 75 मिलीग्राम विटामिन सी की जरूरत होती है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इसकी मात्रा 85 से 120 मिलीग्राम तक हो सकती है।

विटामिन सी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य कोलेजन का निर्माण करना है। कोलेजन एक ऐसा प्रोटीन है जो त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों, नसों और जोड़ों को मजबूती देता है। इसी वजह से विटामिन सी त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करता है और जोड़ों को मजबूत रखता है। इसके साथ ही यह घावों को जल्दी भरने में भी सहायक होता है।

इसके अलावा, विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है। यदि कोई व्यक्ति आयरन युक्त भोजन करता है लेकिन उसके शरीर में विटामिन सी की कमी है, तो आयरन सही तरीके से शरीर में नहीं पहुंच पाता। खासतौर पर शाकाहारी लोगों के लिए यह बहुत जरूरी है, क्योंकि यह खून की कमी यानी एनीमिया से बचाने में मदद करता है।

विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। ये फ्री रेडिकल्स उम्र बढ़ने, तनाव और प्रदूषण के कारण बनते हैं। नियमित रूप से विटामिन सी लेने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और हृदय रोग व कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है।

विटामिन सी की कमी से बार-बार सर्दी-जुकाम होना, थकान, मसूड़ों से खून आना और घाव भरने में देर जैसी समस्याएं सामने आती हैं। इसलिए इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है।

विटामिन सी के प्राकृतिक स्रोतों में आंवला सबसे अच्छा माना जाता है। इसके अलावा अमरूद, संतरा, नींबू, कीवी, पपीता, स्ट्रॉबेरी, लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली और टमाटर भी इसके अच्छे स्रोत हैं।

स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि हम अपने रोजाना के आहार में विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियों को शामिल करें। इससे शरीर मजबूत रहेगा और कई बीमारियों से बचाव भी संभव होगा।

(With inputs from IANS)

Dr. Bhumika Maikhuri
Dr. Bhumika Maikhuri

Dr Bhumika Maikhuri is a Consultant Orthodontist at Sanjeevan Hospital, Delhi. She is also working as a Correspondent and a Medical Writer at Medical Dialogues. She completed her BDS from Dr D Y patil dental college and MDS from Kalinga institute of dental sciences. Apart from dentistry, she has a strong research and scientific writing acumen. At Medical Dialogues, She focusses on medical news, dental news, dental FAQ and medical writing etc.