प्राकृतिक तरीक़े से बढ़ाएँ आयरन: किस तरह किशमिश, खजूर, इमली, तिल और सूरजमुखी के बीज फायदेमंद हैं

स्वास्थ्य मंत्रालय की हाल की सलाह यह बताती है कि हमारी रोजमर्रा की थाली में मौजूद बहुत-सी साधारण चीज़ें—जैसे किशमिश, खजूर, इमली, तिल और सूरजमुखी के बीज—प्राकृतिक रूप से आयरन का शानदार स्रोत हैं। भारत में आयरन की कमी एक आम समस्या है, और ये घरेलू खाद्य पदार्थ इसे रोकने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
आयरन हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने के लिए ज़रूरी है, जो खून में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। आयरन की कमी होने पर थकान, कमजोरी, पीला रंग, चक्कर, ध्यान न लगना और गंभीर मामलों में एनीमिया हो सकता है। अच्छी बात यह है कि हमारे घरों में मिलने वाले कई पारंपरिक खाद्य पदार्थ इस कमी को दूर करने में बहुत मददगार हैं।
किशमिश और खजूर आयरन से भरपूर होते हैं और तुरंत ऊर्जा भी देते हैं। इन्हें स्नैक्स, दलिया, खीर या बच्चों के टिफिन में आसानी से शामिल किया जा सकता है। इमली, जिसे हम चटनी और कई व्यंजनों में प्रयोग करते हैं, स्वाद के साथ पोषण भी देती है। तिल (sesame seeds)—जो लड्डू, चिक्की और कई पकवानों में इस्तेमाल होते हैं—आयरन, अच्छे फैट और मिनरल्स से समृद्ध हैं। इसी तरह सूरजमुखी के बीज भी आयरन और फाइबर का अच्छा स्रोत हैं।
लेकिन सिर्फ आयरन खाना काफी नहीं। शरीर को आयरन अच्छी तरह अवशोषित करने के लिए विटामिन C की ज़रूरत पड़ती है। इसलिए आयरन-युक्त खाद्य पदार्थों के साथ नींबू, संतरा, आंवला, अमरूद जैसे विटामिन C वाले फल और खाद्य पदार्थ लेना चाहिए। उदाहरण के लिए, खजूर के साथ नींबू पानी, इमली की चटनी के साथ भोजन या सूरजमुखी के बीजों के साथ कोई विटामिन C वाला फल खाने से आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि आयरन-युक्त भोजन के तुरंत बाद चाय, कॉफी या दूध नहीं लेना चाहिए। इनमें मौजूद कुछ तत्व आयरन के अवशोषण को रोक देते हैं। बेहतर है कि चाय-कॉफी भोजन के एक-दो घंटे बाद ली जाए।
इन छोटे-छोटे आहार सुधारों से शरीर में आयरन की मात्रा बेहतर बनी रहती है, थकान कम होती है और संपूर्ण स्वास्थ्य को फायदा मिलता है। बच्चों, किशोरों, महिलाओं और गर्भवती माताओं के लिए यह और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन समूहों में आयरन की कमी अक्सर देखी जाती है।
संदेश साफ है—हमारे पारंपरिक खाद्य पदार्थ स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बेहद पौष्टिक भी हैं। बस थोड़ी समझदारी से इनका संयोजन करके हम आयरन की कमी से आसानी से बच सकते हैं।


