नई दिल्ली: काम के बाद थकान होना स्वाभाविक होता है, लेकिन अगर इसका अहसास पूरे दिन बना रहता है तो इसे नजरअंदाज न करें। थकान के पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन बार-बार होने वाली थकान कमजोरी की निशानी है, जो पूरे शरीर को बेजान बना देती है। शरीर की कमजोरी विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी का संकेत देती है।

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स बाकी विटामिन की तरह ही हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स में एक नहीं, बल्कि आठ अलग-अलग तरह के विटामिन होते हैं, जिनमें विटामिन बी-1, बी-2, बी-3, बी-5, बी-6, बी-7, बी-9 और बी-12 होते हैं, जो पूरे शरीर का ऊर्जा हाउस है। हर विटामिन शरीर के अलग-अलग हिस्सों को ऊर्जा देने का काम करता है।

अगर इसमें से किसी भी विटामिन की कमी शरीर में होती है, तो थकान, बाल झड़ना, चक्कर आना, मस्तिष्क की नसों का कमजोर होना, याददाश्त की समस्या, स्किन से जुड़ी परेशानी, हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन, एनीमिया, आंखों की रोशनी कमजोर होना, डिप्रेशन, रक्त वाहिकाओं में अत्याधिक जोर पड़ना और मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होते हैं।

विटामिन बी कॉम्प्लेक्स हमारे भोजन को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। ये पानी में घुलनशील विटामिन हैं, जो शरीर को तेजी से ऊर्जा देने का काम करते हैं। अगर भोजन ऊर्जा में नहीं बदल पाता तो शरीर में बाकी पोषक तत्वों की कमी होती है। ऐसे में मन और तन दोनों की थकान महसूस होती है।

अब सवाल आता है कि विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी को कैसे पूरा किया जा सकता है। आहार में बहुत कम ही विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है। शाकाहारी भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, दूध, दही और कुछ फलों में ही विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पाया जाता है, जबकि मांसाहारी भोजन में मांस, मछली, चिकन और अंडे में पाया जाता है।

शरीर में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का अवशोषण सही तरीके से हो सकता है। इसके लिए चाय और कॉफी का सेवन कम करें। डिब्बा बंद उत्पादों का सेवन भी करने से बचें और अगर फिर भी विटामिन की पूर्ति नहीं होती है तो डॉक्टर की सलाह के बाद सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।

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बिना ज्यादा काम किए भी अगर पूरे दिन थकान रहती है, तो यह शरीर में किसी जरूरी विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है।
Khushi Chittoria
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Khushi Chittoria joined Medical Dialogues in 2025 as a Media and Editorial Intern. She holds a degree in Bachelor of Arts in Journalism and Mass Communication from IP University and has completed certifications in content writing. She has a strong interest in anchoring, content writing, and editing. At Medical Dialogues, Khushi works in the editorial department, web stories and anchoring.